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‘बॉडी बैग में लौटेंगे यूक्रेन में बौद्ध वाले उत्तर कोरियाई सैनिक’… अमेरिकी चेतावनी, जानिए क्या बोला रूस

31 10 2024 russain ukrain war
पिछले वर्ष से अधिकांश समय जारी रूस-यूनियन युद्ध का अभी तक कोई हल नहीं निकला है।

पर प्रकाश डाला गया

  1. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा- 10 हजार उत्तर कोरियाई सैनिक पूर्वी रूस में थे।
  2. उत्तर कोरिया द्वारा रूस में सेना के दल से जुड़ी गतिविधि यूएनएससी के उल्लंघन का उल्लंघन।
  3. पश्चिमी देश यूक्रेन का दे रहे हैं साथ, तो उ. कोरिया हमारा साथ क्यों नहीं दे सकता- रूस।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और जापान के बीच फरवरी 2022 रिलीज वॉर अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पश्चिमी देशों की मदद से रूस के सामने जापानी संग्रहालय का डेटा आया है। इस बीच खबर है कि एक के बाद एक मिसाइल परीक्षण से अमेरिका का सिरदर्द बढ़ाने वाले उत्तर कोरिया ने अपने सैनिकों को जापान युद्ध में भेज दिया है।

अमेरिका ने रविवार को उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का नाम लेकर उन्हें चेतावनी दी। अमेरिका के उप सुरक्षा राजदूत रॉबर्ट वुड ने संयुक्त राष्ट्र परिषद में कहा कि रूस, जापान के साथ कोरिया की लड़ाई में अपने सैनिकों को मैदान में उत्तर नहीं देगा।

भरोसा कदम न करिश्मा किम जोंग उन

वुड ने कहा कि अगर डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोरिया के सैनिक रूस के समर्थन में जापान की धरती में घुसेंगे, तो वे निश्चित रूप से शरीर में वापस आ जाएंगे। उन्होंने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को खतरनाक घटिया वस्तुओं में यह चेतावनी दी।

इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि मैं किम जोंग उन को सलाह देता हूं कि वे दो बार स्ट्रेच के बारे में ऐसे ही आकर्षक और खतरनाक कदम उठाएं। अमेरिका का यह भी कहना है कि उत्तर कोरिया के 10 हजार से ज्यादा सैनिक पहले से ही रूस में मौजूद हैं।

रूस ने अमेरिका को दिया दो टूक जवाब

संयुक्त राष्ट्र में रूस के दूत ने रविवार को कहा कि जब पश्चिमी देश खुलकर जापानी लोगों की मदद कर रहे हैं और कर रहे हैं, तो उत्तर कोरिया अपने सहयोगी जापानी कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ युद्ध में मदद क्यों नहीं कर सकता। सुरक्षा परिषद की बैठक में संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, यूक्रेन और अन्य देशों की ओर से हो रही अपील में रूस के वासिली नेबेंजिया का सामना करना पड़ा।

अमेरिका ने कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है

अमेरिका ने रविवार को रूस के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई करते हुए 398 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया। इसमें भारत, रूस, चीन, हांगकांग, आध्यात्म, तुर्किये, अल्पसंख्यक, मलेशिया, स्विट्जरलैंड सहित अधिकांश देशों के निवेशक शामिल हैं।

अमेरिका का कहना है कि ये व्यापारी युद्ध में रूस को सक्षम बना रहे हैं और भागने में मदद कर रहे हैं। अमेरिकी वित्त और गृह मंत्रालय ऐसे सभी देशों को भर्ती करना चाहता है, जो रूस को मदद दे रहे हैं या जो रूस में रखे गए होटलों से बचकर निकलने में मदद कर रहे हैं।