लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव में ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाए जाने के बाद मामला गरमा गया है। राहुल ने इसे संविधान के खिलाफ अपराध बताया। इस आरोप का समर्थन करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र, संविधान और देश को बचाने का समय आ गया है। वहीं, बीजेपी ने इसे बेबुनियाद करार दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर, जो हाल ही में पार्टी से कुछ अलग राय रखते हुए देखे गए थे, ने भी चुनाव आयोग से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने हाल ही में पार्टी लाइन से हटकर अपनी बात रखी है। उन्होंने चुनाव आयोग और वोटों की चोरी के मुद्दे पर राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया और इसे एक गंभीर मुद्दा बताया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, “ये गंभीर सवाल हैं जिनका सभी दलों और मतदाताओं के हित में गंभीरता से समाधान किया जाना चाहिए। हमारा लोकतंत्र इतना मूल्यवान है कि इसकी विश्वसनीयता को अक्षमता, लापरवाही या, इससे भी बदतर, जानबूझकर छेड़छाड़ से नष्ट नहीं होने दिया जा सकता। चुनाव आयोग को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और आयोग को देश को लगातार सूचित करते रहना चाहिए।”
राहुल गांधी ने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए वोटर लिस्ट में हेरफेर करके ‘वोट चोरी’ करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि यह मॉडल कई निर्वाचन क्षेत्रों में लागू किया गया है, जिससे बीजेपी को फायदा हुआ। उनका दावा है कि यह सब बीजेपी और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हो रहा है और यह संविधान के खिलाफ है। उन्होंने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि वहां 1,00,250 वोटों की चोरी हुई थी।