संसद के मानसून सत्र के 17वें दिन भी ‘एसआईआर’ (SIR) की गूंज सुनाई दी, जिस पर विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान, आसन की ओर कागज के टुकड़े फेंके गए और नारेबाजी भी हुई, जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 18 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई। सूत्रों के अनुसार, सरकार इस सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर सकती है, क्योंकि 13 से 15 अगस्त तक अवकाश है, जिससे 18 अगस्त को सत्र फिर से शुरू होगा और 21 अगस्त को समाप्त होगा। विपक्ष शुरुआत से ही एसआईआर मुद्दे पर आक्रामक रहा है, विशेष रूप से बिहार में जहां 65 लाख से अधिक नाम हटा दिए गए, जिनमें मृत और स्थानांतरित मतदाता शामिल हैं, जिसे विपक्ष जल्दबाजी में लिया गया फैसला मानता है।
संसद में विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे कार्यवाही बाधित हुई और विधेयकों पर चर्चा नहीं हो पाई। सोमवार को 8 विधेयक बिना चर्चा के ही पारित कर दिए गए। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी सांसदों के व्यवहार पर संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
विपक्षी सांसदों ने वोट चोरी और एसआईआर के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए चुनाव आयोग तक पैदल मार्च निकाला, जिसमें राहुल गांधी सहित कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया, जिसमें उन्होंने कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट का जिक्र किया, जहां कथित तौर पर 1 लाख से अधिक वोट चोरी हुए।