
अपने काम की मान्यता में, एम्स भुवनेश्वर को सिकल सेल रोग के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में मान्यता दी जाएगी। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री, श्री जुएल ओराम ने विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस कार्यक्रम में यह घोषणा की। उन्होंने मरीजों के इलाज में एम्स भुवनेश्वर की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, जिसमें पड़ोसी राज्यों के लोग भी शामिल हैं। संस्थान वर्तमान में 700 से अधिक रोगियों का इलाज कर रहा है, जिनमें से आधे से अधिक 19 वर्ष या उससे कम उम्र के हैं। एम्स भुवनेश्वर नैदानिक सेवाएं, उपचार और स्क्रीनिंग प्रदान करता है, जिसमें परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। प्रसव पूर्व निदान भी उपलब्ध है। भारत सरकार 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है, जिसके लिए पूरे देश में व्यापक स्क्रीनिंग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मंत्री ने चर्चाओं और वैज्ञानिक सत्रों में भाग लिया, जिसमें व्यापक देखभाल और उन्नत अनुसंधान के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया।






