प्रधानमंत्री मोदी 6 अगस्त को कर्तव्य पथ पर नवनिर्मित कर्तव्य भवन का उद्घाटन करेंगे। यह समारोह दोपहर करीब 12:15 बजे आयोजित होगा, जिसके बाद शाम को लगभग 6:30 बजे प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कर्तव्य भवन एक अत्याधुनिक इमारत है, जिसे विभिन्न सरकारी मंत्रालयों और विभागों को एक ही स्थान पर लाने के उद्देश्य से बनाया गया है। इसका लक्ष्य कार्य में तेजी लाना, समन्वय बढ़ाना और नवाचार को बढ़ावा देना है। यह भवन प्रधानमंत्री मोदी के नागरिक-केंद्रित शासन के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कर्तव्य भवन, सेंट्रल विस्टा परियोजना के अंतर्गत बनने वाले कई कार्यालयों में से पहला है। इसका उद्देश्य पुराने और बिखरे हुए कार्यालयों को आधुनिक, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल स्थान पर स्थानांतरित करना है। वर्तमान में, कई मंत्रालय शास्त्री भवन, कृषि भवन और उद्योग भवन जैसी पुरानी इमारतों में काम कर रहे हैं, जो 1950-70 के दशक में बनाई गई थीं।
कर्तव्य भवन-3 लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें 2 बेसमेंट और 7 मंजिलें हैं। इसमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) सहित कई मंत्रालयों के कार्यालय होंगे।
भवन में सुरक्षित और आईटी-सक्षम कार्यस्थल, स्मार्ट एंट्री सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और कमांड सेंटर, सोलर पैनल, सौर वॉटर हीटर और ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं हैं। यह पर्यावरण के अनुकूल निर्माण को भी बढ़ावा देता है, जिसमें अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग, ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली, ऊर्जा दक्षता के लिए डिजाइन, स्मार्ट लाइटिंग और लिफ्टें, और डबल ग्लास वाली खिड़कियां शामिल हैं।