
गिरिडीह के बनहत्ती स्थित स्कॉलर बीएड कॉलेज में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सत्र 2025-27 के नए बीएड प्रशिक्षुओं के लिए अनुष्ठापन (Orientation) समारोह और सत्र 2023-25 के डीएलएड प्रशिक्षुओं के लिए विदाई समारोह संपन्न हुआ। इस महत्वपूर्ण अवसर पर महाविद्यालय के निदेशक, प्रमोद कुमार, और सरदार जोरावर सिंह सलूजा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। महाविद्यालय की प्राचार्या, डॉ. शालिनी खोवाला, और डीएलएड प्रभारी, डॉ. हरदीप कौर, ने पुष्पगुच्छ भेंट कर अतिथियों का अभिनंदन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
प्राचार्या डॉ. शालिनी खोवाला ने अपने संबोधन में नए प्रशिक्षुओं का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के नियमों और पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के प्रेरक वाक्य को साझा किया: ‘सपने वो नहीं जो आप सोते हुए देखते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते।’ उन्होंने महाविद्यालय को मात्र एक संस्थान न बताकर, बल्कि एक ऐसी प्रयोगशाला बताया जहाँ से आने वाली पीढ़ियों को दिशा देने वाला संस्कार और नेतृत्व तैयार होता है।
मुख्य अतिथि प्रमोद कुमार ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक में पूरी पीढ़ी को बदलने की अद्भुत क्षमता होती है। उन्होंने छात्रों को सर्वपल्ली राधाकृष्णन जैसे महान शिक्षक या किसी विशेष विषय के विशेषज्ञ बनने की प्रेरणा दी। साथ ही, उन्होंने उन्हें सफल उद्यमी, संस्था निर्माता और शैक्षिक नेतृत्वकर्ता बनने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
डीएलएड प्रभारी डॉ. हरदीप कौर ने भी प्रशिक्षुओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया। कार्यक्रम के दौरान, प्रशिक्षुओं ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देकर सभी का मन मोह लिया।
सत्र 2025-27 के बीएड प्रशिक्षुओं को पाठ्य सामग्री के रूप में डायरी और पेन के साथ-साथ सिलेबस भी वितरित किया गया। वहीं, डीएलएड सत्र 2023-25 के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शीर्ष दस प्रशिक्षुओं को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मोनाली गुप्ता को डिस्ट्रिक्ट टॉपर और ‘स्टूडेंट ऑफ द सेशन’ के पुरस्कार से नवाजा गया। उमा मुर्मू ‘मोस्ट डिसिप्लिन’, शिवम कुमार ‘मोस्ट ऑबेडिएंट’ और संगीता, पूजा, कंचन, रिजवाना तथा शिवम चौरसिया को ‘ऑल टाइम एक्टिव स्टूडेंट’ के अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. संतोष कुमार चौधरी ने समन्वयक के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मंच का संचालन प्रशिक्षुओं तसकीन सबा और शुभम कुमार ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी सहायक प्राध्यापक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और प्रशिक्षु छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।






