पूर्वी सिंहभूम। जमशेदपुर प्रखंड के कालियाबेड़ा और बाहर दाढ़ी गांव में रक्षाबंधन का पर्व एक अनोखे ढंग से मनाया गया। मेराकी संस्था और स्थानीय महिलाओं ने पेड़ों को रक्षा सूत्र बांधकर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिया। यह पहल रक्षाबंधन के पवित्र अवसर को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ती है, जिससे लोगों में प्रकृति के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
मेराकी संस्था की सचिव रीता पात्रों ने कहा, “अगर जंगल बचेगा तो हम भी बचेंगे, इसलिए हमने पेड़ों को राखी बांधी और उनकी सुरक्षा का वादा किया। इससे आने वाली पीढ़ियों को भी स्वच्छ हवा और सुंदर प्रकृति मिलेगी।”
इस कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति और स्थानीय ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि जंगलों को बचाना और अधिक पेड़ लगाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
वन रक्षा समिति अध्यक्ष जनता सरदार, सचिव निवास सरदार, मिठू भूमिज, राजा राम सिंह सरदार, देवी सरदार, मानसिंह सरदार और फॉरेस्टर मेघराय सहित कई ग्रामीण इस मौके पर मौजूद रहे।
पर्यावरणविदों का मानना है कि इस तरह के आयोजन लोगों में प्रकृति के प्रति भावनात्मक लगाव बढ़ाते हैं और पेड़ों की कटाई को रोकने तथा वृक्षारोपण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।