
हजारीबाग: बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में एनटीपीसी से जुड़े एक टेंडर को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। पूर्व विधायक अम्बा प्रसाद ने वर्तमान विधायक रौशन लाल चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला पतरातू स्थित विधायक रौशन लाल चौधरी के आवास के लिए एनटीपीसी द्वारा जारी किए गए 12 लाख रुपये के टेंडर से जुड़ा है।
हजारीबाग में आयोजित एक प्रेस वार्ता में अम्बा प्रसाद ने कहा कि बड़कागांव क्षेत्र की जनता कई गंभीर समस्याओं से जूझ रही है। खनन कंपनियों के कारण लोग बेघर हो रहे हैं, उन्हें नौकरी से वंचित किया जा रहा है, कटऑफ डेट की समस्या जस की तस बनी हुई है और सड़क हादसों में आए दिन लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। इन सबके बावजूद, स्थानीय विधायक जनता का साथ देने के बजाय कंपनियों का पक्ष लेते हुए नजर आ रहे हैं और उनसे लाभ उठा रहे हैं।
अम्बा प्रसाद ने विधायक रौशन लाल चौधरी के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधायक बनने के एक साल बाद भी क्षेत्र में कोई नई विकास योजना नहीं लाई जा सकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन विकास कार्यों की बात की जा रही है, वे सभी पुराने प्रोजेक्ट्स हैं जिन्हें नए काम के रूप में पेश किया जा रहा है। इसे जनता के साथ छल बताते हुए उन्होंने कहा कि बड़कागांव विकास के मामले में आज शून्य पर खड़ा है।
पूर्व विधायक ने एनटीपीसी की कार्यशैली पर भी चिंता जताई। उनका कहना है कि कंपनी सिर्फ कोयला ढुलाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है और स्थानीय लोगों के हितों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। विस्थापित परिवार अपनी मूलभूत समस्याओं से परेशान हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। अम्बा प्रसाद के अनुसार, बड़कागांव की स्थिति वैसी ही है जैसी उन्होंने छोड़ी थी, कोई भी महत्वपूर्ण विकास कार्य आगे नहीं बढ़ा है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान विधायक जनता की समस्याओं को समझने और हल करने की बजाय केवल कंपनियों के हितों की रक्षा में लगे हुए हैं। जनप्रतिनिधि का पहला कर्तव्य जनता की सेवा करना होना चाहिए, न कि निजी लाभ देखना। अंत में, अम्बा प्रसाद ने क्षेत्र की जनता से जागरूक होने की अपील की और कहा कि बड़कागांव के विकास, विस्थापितों के अधिकारों और युवाओं के भविष्य के लिए अब जनआंदोलन की आवश्यकता है।



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