
पलामू जिले के चैनपुर प्रखंड के पूर्वडीहा पंचायत क्षेत्र में नील गायों के आतंक ने किसानों की नींद उड़ा दी है। आधा दर्जन से अधिक गांवों में नील गायों के झुंड हर दिन खेतों में घुसकर 50 एकड़ से अधिक की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। किसान रात-दिन पहरा देने के बावजूद अपनी मेहनत की फसल को बचाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। उनकी परेशानी लगातार बढ़ रही है, लेकिन वन विभाग की ओर से इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
कोल्हुआ, करमडीह, महुलिया, केकतुवा, परसिया सहित अन्य गांवों के किसानों ने वन प्रमंडल पदाधिकारी, मेदिनीनगर से तत्काल कार्रवाई की गुहार लगाई है। किसानों का कहना है कि राई, सरसों, चना और आलू जैसी उनकी खड़ी फसलें नील गायों का चारा बन रही हैं। किसान विनीत रंजन दुबे ने अपने खेत में चर रही नील गायों की तस्वीरें जारी कर स्थिति की गंभीरता बताई। उन्होंने कहा कि वन विभाग की निष्क्रियता के कारण किसानों में सरकार और विभाग के प्रति भारी आक्रोश है। नील गायों के इस आतंक ने कई किसानों को खेती छोड़ने पर मजबूर कर दिया है, जिससे उनके सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।





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