
रांची, झारखंड – इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) द्वारा 7 दिसंबर 2025 को रांची के गंगोत्री कन्वेंशन सेंटर में पूर्वी क्षेत्र के लिए एक भव्य कॉन्वोकेशन का आयोजन किया गया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री, श्री संजय सेठ, ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर, ईस्टर्न रीजन के 102 नव-प्रशिक्षित युवा सदस्यों को आईसीएसआई की सदस्यता प्रदान की गई, जो उनके पेशेवर जीवन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
नए सदस्यों को संबोधित करते हुए, मंत्री श्री संजय सेठ ने देश के आर्थिक विकास में स्टार्टअप्स की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के गतिशील कारोबारी परिदृश्य में, सुशासन (गवर्नेंस) और अनुपालन (कंप्लायंस) को मजबूत बनाने में कंपनी सेक्रेटरी की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। ‘विकसित भारत 2047’ के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में इन युवा पेशेवरों के योगदान को उन्होंने अत्यंत आवश्यक बताया।
आईसीएसआई के अध्यक्ष, सीएस धनंजय शुक्ला, ने अपने संबोधन में संस्थान की प्रगतिशील पहलों पर जोर दिया, जिनका उद्देश्य कॉर्पोरेट गवर्नेंस को सुदृढ़ करना है। उन्हें विश्वास है कि ये पहलें नए सदस्यों को कॉर्पोरेट जगत में अपनी छाप छोड़ने और भारत के विकास में अहम योगदान देने के लिए सशक्त बनाएंगी।
श्री शुक्ला ने अग्निवीरों, शहीदों के परिवारों, सशस्त्र बलों के बच्चों और जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के छात्रों के लिए लागू की गई फीस माफी योजनाओं का भी विस्तृत उल्लेख किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने आईसीएसआई द्वारा हाल ही में शुरू की गई विभिन्न महत्वपूर्ण पहलों से अवगत कराया, जिनमें शामिल हैं:
* **गुजरात मैरीटाइम यूनिवर्सिटी के साथ एमबीए:** मैरीटाइम रेगुलेशन और कंप्लायंस मैनेजमेंट में 2-वर्षीय एमबीए, जो सीएस पाठ्यक्रम, समुद्री कानून और विनियामक प्रथाओं के माध्यम से रोजगार क्षमता बढ़ाएगा।
* **एनआईएसएम के साथ संयुक्त सर्टिफिकेट कोर्स:** कॉर्पोरेट और सिक्योरिटीज मार्केट कंप्लायंस (CSMC) पर यह कोर्स नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट्स (NISM) के सहयोग से पेश किया गया है।
* **यूएई बिजनेस मैनेजर कोर्स:** यह सर्टिफिकेट कोर्स प्रोफेशनल्स को संयुक्त अरब अमीरात के व्यावसायिक माहौल के लिए तैयार करेगा।
* **आईजीपीएस (IGPS):** स्टीवार्डशिप के सिद्धांत, जो जिम्मेदार निवेश में ESG कारकों को एकीकृत करने पर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
* **आईपीसीजी (IPCG):** जलवायु परिवर्तन गवर्नेंस के सिद्धांत, जो कंपनियों को स्थिरता लक्ष्यों को निर्धारित करने में मदद करते हैं।
* **ईएसजी टूलकिट:** कंपनी सेक्रेटरी और बोर्ड को प्रभावी ESG नीतियां बनाने में सहायता के लिए।
कार्यक्रम के दौरान, आईसीएसआई के उपाध्यक्ष, सीएस पवन जी चांडक, ने नए सदस्यों से अवसरों का भरपूर लाभ उठाने और अपने पेशे के प्रति गहरी जिम्मेदारी समझने का आग्रह किया। उन्होंने आईसीएसआई को वैश्विक स्तर पर सुशासन को बढ़ावा देने वाली एक अग्रणी संस्था के रूप में रेखांकित किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर आईसीएसआई की काउंसिल मेंबर, सीएस रूपंजना दे, और आईसीएसआई ईआईआरसी के चेयरमैन, सीएस अनुज सारस्वत, भी उपस्थित रहे।






