
गिरिडीह जिले के चेताडीह क्षेत्र से एक बेहद चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां अंजली देवी नामक एक महिला खुद को ‘सहिया’ (सरकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ता) बताकर गर्भवती महिलाओं को ठग रही है। उस पर आरोप है कि वह गरीब और जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों के बजाय निजी अस्पतालों में भेजकर उनसे मनमानी राशि वसूल रही है। यह कृत्य महिलाओं के साथ धोखाधड़ी और शोषण का एक गंभीर उदाहरण है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अंजली देवी सरकारी अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं को विश्वास में लेती है। वह बेहतर इलाज का लालच देकर उन्हें प्राइवेट नर्सिंग होम और अन्य निजी स्वास्थ्य संस्थानों में ले जाती है। इन अस्पतालों में इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली जाती है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर महिलाएं भारी आर्थिक बोझ तले दब जाती हैं। बताया जा रहा है कि अंजली देवी का चेताडीह अस्पताल के पास एक होटल भी है, जहां से वह अपनी इन संदिग्ध गतिविधियों का संचालन करती है।
यह मामला गरीब और अशिक्षित महिलाओं की लाचारी का फायदा उठाने की ओर इशारा करता है। क्षेत्र में इस फर्जीवाड़े को लेकर काफी आक्रोश है। ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य विभाग से अविलंब हस्तक्षेप करने की मांग की है। वे चाहते हैं कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो, फर्जी सहिया अंजली देवी पर कड़ी कार्रवाई की जाए और गर्भवती महिलाओं को इस तरह के शोषण से बचाया जाए। यदि ये आरोप सत्य साबित होते हैं, तो यह गिरिडीह की स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक काला धब्बा होगा।






