
रांची। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की तबीयत खराब होने की खबर सामने आने के बाद शनिवार को सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल गईं। इस पर आपत्ति जताते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने लोगों से अपील की कि वे किसी भी अपुष्ट जानकारी को साझा करने से बचें।
उन्होंने कहा कि ऐसी पोस्ट साझा न करें जो भावनाओं को ठेस पहुंचाती हों, क्योंकि ऐसी पोस्ट पीड़ित परिवार के सदस्यों को दुख पहुंचाती हैं और लोगों को भ्रमित करती हैं। उन्होंने लोगों से मंत्री रामदास सोरेन के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करने का आग्रह किया। षाड़ंगी ने कहा कि वे दिल्ली पहुंच चुके हैं और जल्द ही डॉक्टरों से मिलकर वास्तविक स्थिति की जानकारी देंगे।
शिक्षा मंत्री की तबीयत खराब होने और उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराने की खबर आते ही राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई। स्थिति यह रही कि कुछ नेताओं और सोशल मीडिया पर लोगों ने बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के मंत्री सोरेन को श्रद्धांजलि देनी शुरू कर दी। श्रद्धांजलि देने वालों में झामुमो के वरिष्ठ नेताओं के साथ भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल थे। झामुमो के मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें वे मंत्री रामदास सोरेन के नाम पर मौन रहकर श्रद्धांजलि अर्पित करते नजर आ रहे थे।
इसके अलावा, पूर्व मंत्री सरयू राय सहित अन्य राजनीतिक हस्तियों ने सोशल मीडिया पर शोक संवेदना या श्रद्धांजलि से संबंधित पोस्ट की। हालांकि, जब कई लोगों को यह एहसास हुआ कि मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति फिलहाल स्थिर है, तो उन्होंने अपनी पोस्ट हटा दी। इससे आम लोगों में मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।