
धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के विकास नगर में सोमवार देर रात एक बहुमंजिला मकान आग की चपेट में आ गया। इस भीषण अग्निकांड में दो लोगों की जान चली गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। मृतकों की पहचान 22 वर्षीय प्रशांत कुमार उर्फ गोलू और 70 वर्षीय चिंतामणी देवी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि प्रशांत कुमार, जो हाल ही में पटना से अपनी नानी के घर आया था, और चिंतामणी देवी, दोनों ही आग की लपटों और धुएं में फंस गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के समय मकान में कुल 15 लोग मौजूद थे, जो अलग-अलग मंजिलों पर सो रहे थे। आग ग्राउंड फ्लोर पर लगी, जिससे तेजी से धुआं फैल गया और चीख-पुकार मच गई। पहली और दूसरी मंजिल पर मौजूद लोगों ने किसी तरह खुद को बचाया, लेकिन नीचे फंसे लोगों को बचाने में स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अत्यधिक धुएं के कारण बचाव कार्य बाधित हुआ।
दमकल विभाग को सूचना मिलते ही तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। धनबाद अग्निशमन विभाग के प्रभारी दीपक उरांव ने बताया कि संकरी गली में मकान होने के कारण दमकल गाड़ियों को पहुंचने में परेशानी हुई। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि घर के मुख्य गेट पर ताला लगा होने के कारण भी बचाव कार्य धीमा रहा। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि घर में रूम हीटर का इस्तेमाल किया जा रहा था। चिंता देवी रात करीब 12 बजे हीटर चलाकर सोई थीं और करीब एक बजे आग लगने की घटना हुई।
इस दुखद हादसे में कुंदन का भांजा गोलू प्रसाद और उसकी नानी चिंतामणी देवी की आग से झुलसने के कारण मृत्यु हो गई। वहीं, ग्राउंड फ्लोर पर सो रहे छह अन्य लोग भी आग की चपेट में आ गए, जिनमें से चार की हालत गंभीर है और उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।






