
नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच दो दिवसीय व्यापार वार्ता गुरुवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत सहित महत्वपूर्ण व्यापारिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया। सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्षों ने “उद्देश्यपूर्ण और सकारात्मक जुड़ाव” जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि के उप प्रमुख रिक स्विट्जर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल इन वार्ताओं के लिए नई दिल्ली आया था। एंबेसडर स्विट्जर के लिए यह पद संभालने के बाद भारत की पहली यात्रा थी। अपनी इस यात्रा के दौरान, उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस यात्रा ने भारत-अमेरिका व्यापार और आर्थिक संबंधों से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर दोनों पक्षों को फलदायी आदान-प्रदान का अवसर प्रदान किया। इसमें विशेष रूप से एक “आपसी रूप से लाभकारी” द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए चल रही बातचीत भी शामिल थी।
**व्यापार समझौते पर आगे बढ़ेंगे दोनों देश**
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने की दिशा में काम कर रहे हैं। फरवरी में, दोनों देशों के नेताओं ने अधिकारियों को इस समझौते पर बातचीत करने का निर्देश दिया था। इस समझौते का पहला चरण 2025 की शरद ऋतु तक पूरा करने की योजना है। अब तक इस समझौते को लेकर छह दौर की बातचीत हो चुकी है। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य 2030 तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 191 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक करना है।
आपको बता दें कि 2024-25 में अमेरिका लगातार चौथी बार भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बना रहा। इस अवधि में द्विपक्षीय व्यापार 131.84 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें भारतीय निर्यात का योगदान 86.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।






