बालोद जिले में अब बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल पंपों से पेट्रोल और ईंधन नहीं मिलेगा। जिला प्रशासन और पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक सख्त कदम उठाया है। कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने जिले के पेट्रोल पंप संचालकों और दोपहिया वाहन विक्रेताओं के साथ बैठक की और उन्हें इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए समाज के सभी वर्गों की भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील चंद्रवंशी, अपर कलेक्टर अजय किशोर लकरा, जिला आबकारी अधिकारी योगेश द्विवेदी सहित कई पुलिस और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने हेलमेट के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु का मुख्य कारण सिर में गंभीर चोट लगना है, जो हेलमेट न पहनने के कारण होता है। उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने के लिए लोगों को प्रेरित करना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है, भले ही इसके लिए कठोर निर्णय लेने पड़ें। उन्होंने कहा कि यदि दोपहिया वाहन चालक हेलमेट पहनना सुनिश्चित करते हैं, तो सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर में काफी कमी आ सकती है। कलेक्टर ने दोपहिया वाहन विक्रेताओं को वाहनों के साथ अनिवार्य रूप से हेलमेट देने का निर्देश दिया। उन्होंने पेट्रोल पंप संचालकों को परिवहन विभाग के साथ समन्वय स्थापित करके पेट्रोल पंप के पास आईएसआई मार्क वाले हेलमेट की दुकानें खोलने के लिए भी कहा। श्रीमती मिश्रा ने जिला परिवहन अधिकारी को इस संबंध में तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए।