
बिलासपुर में, छत्तीसगढ़ का सबसे विशाल दुर्गा पंडाल बनकर तैयार हो गया है। यह पंडाल 2 लाख वर्ग फीट में फैला है और अरपा नदी के तट पर बनाया गया है। यहां 25 फीट ऊंची देवी दुर्गा की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई है। यह आयोजन गोंडपारा सुभाष नगर के आदर्श दुर्गोत्सव समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है। समिति इस वर्ष अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर रही है। इस स्वर्णिम वर्ष को यादगार बनाने के लिए, समिति ने अरपा नदी के किनारे राजस्थानी संस्कृति से प्रेरित एक भव्य पंडाल का निर्माण किया है। नवरात्र से एक दिन पहले, अरपा तट पर जगराता कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक दुकालू यादव ने प्रस्तुति दी, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया। नवरात्र के पहले दिन, चुनरी यात्रा निकालकर देवी प्रतिमा स्थापित की गई। आयोजकों का दावा है कि यह दुर्गा पंडाल छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा पंडाल होगा। इस बार नवरात्रि महोत्सव को महाकुंभ की तरह मनाने की योजना है। इसके लिए अरपा तट को सजाया गया है और मेले का भी आयोजन किया गया है। यहां 10 दिनों तक मां दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन के साथ-साथ प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा देवी गीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। समिति ने इस आयोजन को विशेष बनाने के लिए राजस्थानी कलाकृतियों और महल जैसा पंडाल बनवाया है। 2 लाख वर्ग फीट में फैला यह पंडाल बहुत ही खूबसूरती से बनाया गया है। पंडाल के अंदर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक के साथ झांकी और मंदिर जैसी सजावट की गई है, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है।




