
बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगभग 30% उम्मीदवारों को बदलने की योजना बना रही है। पार्टी इस फैसले के पीछे के कारणों की तलाश कर रही है, जिसमें स्थानीय स्तर पर सर्वे, ग्राउंड फीडबैक, अधिक उम्र और एंटी-इंकम्बेंसी जैसे कारक शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 18 सितंबर को बिहार का दौरा करेंगे। सूत्रों के अनुसार, पार्टी कई मौजूदा विधायकों और 2020 के चुनाव में हारने वाले प्रत्याशियों को भी टिकट नहीं देने पर विचार कर रही है। पार्टी का लक्ष्य युवा और साफ छवि वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर एंटी-इंकम्बेंसी को कम करना है। पार्टी हर विधानसभा सीट से संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार कर रही है और चुनाव जीतने की क्षमता को प्राथमिकता दी जाएगी।






