
पिछले कुछ समय से राजनीतिक हलकों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच कथित मनमुटाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही थीं। ऐसी अफवाहें थीं कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर संघ और पार्टी के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। अब आरएसएस नेता राम माधव ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि बीजेपी और आरएसएस एक ही वैचारिक परिवार का हिस्सा हैं और दोनों के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों संगठन अपने-अपने क्षेत्रों में काम करते हैं – राजनीति और समाज सेवा। राम माधव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के भाषण में आरएसएस के 100 साल के इतिहास को मान्यता देने की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की अटकलें समय-समय पर लगाई जाती हैं, और अक्सर आरएसएस को निशाना बनाया जाता है जब कोई अन्य मुद्दा नहीं होता है। पीएम मोदी के संबोधन से कार्यकर्ताओं में सकारात्मक संदेश गया है, जिसमें आरएसएस के राष्ट्र के लिए किए गए कार्यों की सराहना की गई।





