
बिहार में मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए एक पूर्व IAS अधिकारी की पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने और उनकी पत्नी का नाम वोटर लिस्ट में न होने का दावा किया था।
हालांकि, चुनाव आयोग ने इन दावों को खारिज कर दिया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि न तो पूर्व IAS अधिकारी व्यास जी और न ही उनकी पत्नी का नाम मतदाता सूची से हटाया गया है। दोनों का नाम 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में शामिल है, जो विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान, 2025 के तहत जारी की गई थी।
पूर्व IAS अधिकारी ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में वोटर लिस्ट में नाम न होने की बात कही थी, जिसके बाद तेजस्वी यादव ने भी दावा किया था कि उनका नाम भी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से गायब है। इस पर चुनाव आयोग ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। आयोग ने कहा कि तेजस्वी यादव का नाम बिहार के ड्राफ्ट मतदाता सूची में क्रम संख्या 416 पर मौजूद है।