
दिल्ली में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर जारी विवाद अब गहरा गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि उनका नाम बिहार की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से गायब है। चुनाव आयोग ने उनके इस दावे को निराधार बताया। अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी इस मामले में मुखर हो गई है। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भ्रम फैलाने की कोशिश की। पात्रा ने सवाल किया कि तेजस्वी यादव के पास दो-दो EPIC नंबर कैसे हैं?
रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पात्रा ने कहा कि विपक्ष पिछले कुछ सालों से झूठे तरीके से संवैधानिक संस्थानों पर हमला कर रहा है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी ने दावा किया था कि जब उन्होंने अपना EPIC नंबर चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डाला तो उनका नाम नहीं दिखा और उनका नाम काट दिया गया है, जिसके कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
पात्रा ने कहा कि पटना के जिलाधिकारी ने खुलासा किया कि तेजस्वी का नाम काटा नहीं गया है, लेकिन उनका नाम उसी नंबर से दर्ज है जिससे उन्होंने पिछला चुनाव लड़ा था। पात्रा ने तेजस्वी से दो EPIC नंबर होने पर सवाल किया और इसे ‘जघन्य अपराध’ करार दिया, साथ ही इसे लोकतंत्र के साथ मजाक बताया। उन्होंने सवाल किया कि क्या तेजस्वी के पास दो वोटर आईडी कार्ड भी हैं?
पात्रा ने आगे कहा कि क्या इसी वजह से विपक्ष SIR का विरोध कर रहा था? उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य वोटर लिस्ट को लेकर भ्रम फैलाने की साजिश रची जा रही थी। पात्रा ने तेजस्वी के पिछले दो चुनाव के शपथ पत्र भी पेश किए। परिवारवाद पर हमला करते हुए, पात्रा ने कहा कि राजद और कांग्रेस का मानना है कि लोकतंत्र रहे या न रहे, परिवार अवश्य रहना चाहिए।
इससे पहले, चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि तेजस्वी ने 2020 में अपना नामांकन दाखिल करने के लिए EPIC नंबर RAB 0456228 का इस्तेमाल किया था। 2015 की वोटर लिस्ट में भी उनका यही मतदाता पहचान पत्र नंबर दर्ज था, और इसी नंबर से उनका नाम ड्राफ्ट में भी मौजूद है।