बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं, और राजनीतिक दलों के बड़े नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार में मतदाताओं को लुभाने में जुटे हैं। शाह शुक्रवार को सीतामढ़ी का दौरा करेंगे, जहाँ वह जानकी मंदिर के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य सीतामढ़ी सहित तिरहुत मंडल की 49 सीटों पर ध्यान केंद्रित करना है।
अमित शाह पहले दरभंगा पहुँचेंगे, फिर सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम जाएंगे, जहाँ जानकी मंदिर के पुनर्विकास के लिए 882.87 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे। लगभग 67 एकड़ में बन रहे इस भव्य मंदिर को अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरह बनाया जा रहा है, और यह 11 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।
तिरहुत मंडल में सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली और शिवहर जिले शामिल हैं, जिनमें विधानसभा की कुल 49 सीटें हैं। 2020 के चुनाव में, इस क्षेत्र में NDA का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था, खासकर BJP का। अमित शाह का लक्ष्य 2020 के प्रदर्शन को बनाए रखना या उससे बेहतर करना है। मुजफ्फरपुर में NDA की अच्छी पकड़ रही, जबकि पश्चिमी चंपारण में BJP का दबदबा था। पूर्वी चंपारण में भी NDA को बड़ी जीत मिली थी। वैशाली में, जो लालू यादव का गढ़ माना जाता है, NDA और महागठबंधन में सीटों का बँटवारा लगभग बराबर रहा। सीतामढ़ी में NDA ने 6 सीटें जीतीं, जिनमें से 4 BJP के खाते में गईं।
2020 के चुनाव में BJP ने 110 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 74 विजयी हुए। इस शानदार प्रदर्शन के कारण BJP, राष्ट्रीय जनता दल के बाद विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। इस मंडल में NDA की मजबूत पकड़ को देखते हुए, BJP के लिए यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है।