
बिहार की राजनीति में जुबानी जंग अब और भी तेज़ होती जा रही है। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, नेताओं के बयानों से माहौल गर्म हो गया है। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने जनसुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर को ‘नटवरलाल’ कहकर उन पर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘सड़क पर भौंकते हुए हर कुत्ते का जवाब देना ज़रूरी नहीं होता।’ प्रशांत किशोर ने कटाक्ष करते हुए भाजपा और राजद दोनों पर निशाना साधा, कहा कि एक तरफ़ प्रधानमंत्री मोदी की माँ को राजद के लोग अपशब्द कहते हैं, तो दूसरी तरफ़ भाजपा वाले तेजस्वी यादव की माँ को अपनी बहन कह रहे हैं। प्रशांत किशोर ने दोनों पार्टियों के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और राजद दोनों मिलकर जनता को गुमराह कर रही हैं। प्रशांत किशोर ने जहानाबाद में एक जनसभा में लोगों से जाति आधारित राजनीति से दूर रहने की अपील की और नेताओं के झूठे वादों से बिहार को हुए नुकसान का ज़िक्र किया। संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर पर आरोप लगाया कि बिहार की पहचान नटवरलाल से थी, लेकिन प्रशांत किशोर ठगी के मामले में उससे भी आगे हैं, जो बुद्धिजीवियों को ठग रहे हैं।






