
विवेक अग्निहोत्री ने अपनी फिल्म ‘बंगाल फाइल्स’ पर प्रतिबंध की अटकलों के बीच खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील करते हैं कि लोगों को बंगाल में जो कुछ हुआ, उसकी सच्चाई देखने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी सच्चाई को छुपा नहीं सकता। अग्निहोत्री ने बंगाल में हुए नरसंहार का जिक्र करते हुए कहा कि नाजी होलोकॉस्ट और हिरोशिमा पर हुए बमबारी पर कई फिल्में बनी हैं, तो बंगाल को अपनी सच्चाई बताने से क्यों रोका जा रहा है? उन्होंने बताया कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं, और इस तरह की सामाजिक-राजनीतिक फिल्में बनाना अब मुश्किल हो गया है। अग्निहोत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि बंगाल का विभाजन दो बार हुआ था, लेकिन इस पर बहुत कम फिल्में बनी हैं। उन्होंने कहा कि ‘बंगाल फाइल्स’ एक कठिन और दर्दनाक फिल्म है, लेकिन यह बहुत ही मार्मिक है। उन्होंने गोपाल मुखर्जी के परिवार के विरोध पर भी बात की, और कहा कि राजनीतिक फिल्मों में ऐसे दावे अक्सर होते हैं। अग्निहोत्री ने सवाल किया कि क्या ‘बंगाल फाइल्स’ बंगाल में रिलीज होगी। उन्होंने कहा कि एक मल्टीप्लेक्स में उनके ट्रेलर को रद्द कर दिया गया, जो उन्हें हैरान करता है। उन्होंने कहा कि वह ममता बनर्जी पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन उनका मानना है कि कोई भी समझदार व्यक्ति इस फिल्म को बंगाल में रोकने की कोशिश नहीं करेगा, क्योंकि यह बंगाली समुदाय को ठीक करने और बंगाल की महानता को उजागर करने वाली है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सीमित होती जा रही है, और वह कानूनी और संवैधानिक रूप से इस फिल्म के लिए लड़ेंगे।






