हिंदी सिनेमा में कई बेहतरीन फ़िल्में बनती हैं, जिन्हें दर्शकों की सराहना के साथ-साथ पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जाता है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में दादा साहब फाल्के पुरस्कार के बाद नेशनल फिल्म अवार्ड्स सबसे प्रतिष्ठित माने जाते हैं। बॉलीवुड में एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने अपनी पहली ही फिल्म के लिए यह पुरस्कार जीता था। इतना ही नहीं, वह सबसे अधिक नेशनल फिल्म अवार्ड्स जीतने वाली अभिनेत्री भी हैं।
फिल्मी दुनिया में अभिनेताओं और फिल्म निर्माताओं सहित सभी को उनके काम के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई पुरस्कार दिए जाते हैं, जिनमें नेशनल अवार्ड्स भी शामिल हैं। हाल ही में 71वें नेशनल फिल्म अवार्ड्स की घोषणा की गई, जिसमें 2023 की फिल्मों, अभिनेताओं और अन्य लोगों को सम्मानित किया गया। हर कलाकार इस पुरस्कार को पाने की इच्छा रखता है।
शबाना आज़मी को उनकी पहली फिल्म ‘अंकुर’ के लिए 1975 में नेशनल अवार्ड मिला था। श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित इस फिल्म में उन्होंने एक दलित महिला की भूमिका निभाई थी। इसके बाद, उन्हें 1982 में फिल्म ‘अर्थ’ के लिए दूसरा और 1984 में ‘खंडहर’ के लिए तीसरा नेशनल अवार्ड मिला। शबाना आज़मी ने फिल्म ‘पार’ के लिए चौथा नेशनल अवार्ड जीता, जिसमें नसीरुद्दीन शाह और ओम पुरी ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई थीं। यह फिल्म गरीबी और शोषण जैसे मुद्दों पर आधारित थी। 1999 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘गॉडमदर’ के लिए उन्हें पांचवां अवार्ड मिला, जो 80 और 90 के दशक में गुजरात के पोरबंदर की गैंगस्टर संतोबेन जडेजा की कहानी पर आधारित थी।