आज हम जिस अभिनेता की बात कर रहे हैं, उनका बचपन गरीबी और आर्थिक तंगी में गुजरा। शुरू से ही उन्हें अभिनय और डांस का शौक था। वह किसी की भी बारात में डांस करने लगते थे और राम लीला में साड़ी पहनकर माता सीता का किरदार निभाते थे। यह अभिनेता भोजपुरी सिनेमा में बड़ा नाम कमाया और हिंदी सिनेमा से लेकर साउथ सिनेमा तक में भी अपने नाम का डंका बजाया।
बिना देर किए अब आपको बता देते हैं कि हम यहां सुपरस्टार और भाजपा सांसद रवि किशन के बारे में बात कर रहे हैं। रवि किशन आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपनी बेहतरीन अदाकारी से हर किसी को अपना दीवाना बनाया है। खूब शोहरत के साथ ही उन्होंने खूब दौलत भी कमाई है। आज उनके पास करोड़ों की दौलत है, जबकि वह कभी सिर्फ 500 रुपये लेकर मुंबई आए थे।
17 जुलाई 1969 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में जन्मे रवि किशन के पिता उनके अभिनेता बनने के खिलाफ थे। हालांकि रवि का यही सपना था। एक बार जब रवि के पिता को पता चला कि उनका बेटा राम लीला में माता सीता का किरदार निभाता है तो उन्होंने अभिनेता की जमकर पिटाई कर दी थी। मां ने उन्हें बचाया और फिर 500 रुपये देकर उन्हें मुंबई जाने के लिए कहा। अपने सपने को पूरा करने के लिए रवि छोटी उम्र में ही मुंबई आ गए थे।
कभी 500 रुपये लेकर मुंबई आए रवि ने अब करोड़ों की दौलत बना ली है। एक बेहतरीन एक्टर होने के अलावा वह अब पॉलिटिशियन भी हैं। उन्होंने साल 2024 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीता था। चुनावी हलफनामे के मुताबिक रवि की नेटवर्थ करीब 35 करोड़ रुपये है। रवि के पास मुंबई, गोरखपुर और जौनपुर में कुल 11 घर हैं। जबकि एक्टर स्ट्रीट बॉब, फॉर्च्यूनर, मर्सिडीज बेंज, बीएमडब्ल्यू, जैगुआर और इनोवा जैसी लग्जरी गाड़ियों के मालिक भी हैं।
रवि किशन ने भोजपुरी सिनेमा में ‘देवरा बड़ा सतावेला’, ‘हमर देवदास’, ‘केहू हमसे जीत ना पाई’, ‘पियवा बड़ा सतावेला’ जैसी कई सुपरहिट फिल्में दीं। बॉलीवुड में वो ‘तेरे नाम’, ‘मुक्केबाज’, ‘बुलेट राजा’, ‘वेल डन अब्बा’ और ‘फिर हेरा फेरी’ जैसी फिल्मों में काम किया। वहीं साउथ में एक्टर ‘रेस गुर्रम’, ‘सुप्रीम’, ‘ओक्का अम्मयी थप्पा’, ‘हेब्बुली’ और ‘एलआईई’ जैसी फिल्मों में नजर आए।