सच्चे केस अध्ययनों पर आधारित, विक्रमादित्य मोटवानी निर्देशित, नेटफ्लिक्स का ब्लैक वारंट एक अच्छी तरह से शोध किया गया शो है और इसे जरूर देखना चाहिए।
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निदेशक: विक्रमादित्य मोटवाने
भाषा: हिंदी
ढालना: ज़हान कपूर, राहुल भट्ट, राजश्री देशपांडे और परमवीर चीमा
हमें ऐसी फिल्में कम ही देखने को मिलती हैं जो कैदियों की दयनीय स्थिति को दर्शाती हों। इसमें कोई शक नहीं कि वे अपराधी हैं, लेकिन उनके साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जाता है। जेल का विचार उन्हें सुधारने का प्रयास करना है क्योंकि हर अपराधी के भीतर एक पृष्ठभूमि छिपी होती है। और कल यदि हम किसी अपराधी को अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद रिहा कर रहे हैं, तो आप एक सुधरे हुए व्यक्ति को देखना चाहेंगे।
किसी भी व्यक्ति को सुधारने के लिए कैदियों का माहौल सुधारना जरूरी है। तिहाड़ जेल में स्थित नेटफ्लिक्स का ब्लैक वारंट बिल्कुल यही दिखाना चाहता है। यह वेब सीरीज एक जेलर की नजरों और उसकी धारणा के माध्यम से तिहाड़ के हाई-प्रोफाइल जेल परिसर के अंदर की दुनिया के बारे में बात करती है।
तिहाड़ जेल के पूर्व अधीक्षक सुनील गुप्ता और पत्रकार सुनेत्रा चौधरी की किताब पर आधारित ब्लैक वारंट: तिहाड़ जेलर का बयाननेटफ्लिक्स का शो उन सभी प्रमुख मामलों को छूता है जिन्होंने सत्तर के दशक के अंत और अस्सी के दशक की शुरुआत में देश को हिलाकर रख दिया था। तीन शब्दों में कहें तो यह शो मनोरंजक, आकर्षक और रोमांचकारी है। यह बस उन सभी बक्सों पर टिक करता है जो एक शानदार श्रृंखला बनाते हैं।
नेटफ्लिक्स का
ब्लैक वारंट विक्रमादित्य मोटवानी के बाद यह दूसरी सीरीज है पवित्र खेल जो सीरीज प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय था। ब्लैक वारंट एक जेलर की नजरों से तिहाड़ की भयानक दीवारों को खोलता है।
सुनील गुप्ता (ज़हान कपूर) एक जेलर और शो के मुख्य नायक की भूमिका निभाते हैं। _ब्लैक वारंट_ सत्ता के खेल और राजनीति को उजागर करता है जो जेल में न केवल प्रभारी अधिकारियों के बीच, बल्कि कैदियों के बीच भी सर्वोच्च शासन करती है। सीरीज़ में जीवित रहने के लिए जेल में तीन गिरोहों के बीच सत्ता की लड़ाई को दिखाया गया है। जेल के अंदर नशीली दवाओं और शराब के सेवन के साथ-साथ कुख्यात गतिविधियाँ भी हो रही हैं। गुप्ता कैदियों के रहन-सहन में बदलाव लाना और भ्रष्टाचार को रोकना चाहते हैं।
दृढ़ संकल्प से लैस गुप्ता और उनके दो सहयोगी जेल में बदलाव लाना चाहते हैं। वे व्यक्तिगत कहानियों और उस संबंध का पता लगाते हैं जो एक वरिष्ठ जेलर के व्यवहार को प्रभावित करता है और कैसे वह कैदियों को उनकी बुनियादी जरूरतों से वंचित करके पैसा कमा रहा है। एक जेलर की नौकरी में बड़ी चुनौतियाँ बहुत होती हैं, लेकिन ब्लैक वारंट इससे पता चलता है कि कैसे उन्हें अपने घरों और समाज में कभी सम्मान नहीं मिलता। कठिन काम करने के बावजूद उन्हें हेय दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या गुप्ता अपने दो अन्य साथियों के साथ व्यवस्था में बदलाव ला पाएंगे या वे खुद को उस कठोर व्यवस्था में फिट होने के लिए बदल लेंगे जो क्रूर है और जिसमें मानव जीवन के लिए कोई दया नहीं है?
श्रृंखला को अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा नियंत्रित किया गया है।
रेटिंग: 5 में से 3
नेटफ्लिक्स का ट्रेलर देखें ब्लैक वारंट यहाँ: