13 May 2019
आज के संपादकीय का आधार आज के ही दो समाचार हैं:
>> कार्यकर्ता केंद्रीय बलों की वर्दी में कर रहे बंगाल में प्रवेश: ममता।
ममता बैनर्जी ने कहा, ‘मुझे शक है कि आरएसएस कार्यकर्ताओं को (केंद्रीय बलों की) वर्दी में पश्चिम बंगाल में भेजा जा रहा है।Ó पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की नियुक्ति करने के नाम पर बीजेपी जबरन आरएसएस एवं बीजेपी कार्यकर्ता को यहां भेज रही है।Ó
>> अमित शाह ने राहुल पर कसा तंज, कहा– वह देश तोडऩे वालों को समर्थन देते हैं।
अमित शाह ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल बाबा जम्मू–कश्मीर के उन नेताओं का समर्थन करते हैं जो देश को तोडऩे की बात करते हैं. राहुल गांधी उनके समर्थन की बात करते हैं जो जम्मू–कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री बनाने की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज तमाम घोटालों और देश को शर्मसार करने वाली घटनाओं को भूल जाने की बात कर रही है।
जिन्ना–नेहरू की सत्ता लोलुपता
जिन्ना और नेहरू दोनों सत्ता लोलुपता के कारण भारत का विभाजन स्वीकार कर अपने–अपने देश के शासक बने।
वही सोच अब राहुल, ममता, माया,चंद्रबाबू नायडू आदि विपक्षी नेताओं की बन चुकी है।
ÓÓ क्रस्स्–क्चछ्वक्क कार्यकर्ता केंद्रीय बलों की वर्दी में कर रहे बंगाल में प्रवेश ÓÓ ममता का यह कहना यह दर्शाता है कि बंगाल में टीएमसी की हार का डर और प्रधानमंत्री बनने की लालसा के कारण ममता बैनर्जी अपना मानसिक संतुलन खो बैठी हैं।
विपक्षी नेताओं के सिर पर पाकिस्तान का भूत नाच रहा है। जिस प्रकार से महबूबा मुफ्ती शेख अब्दुल्ला परिवार कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री बनाने की बात करते हैं।
जम्मू–कश्मीर रियासत का विलय वहॉ के शासक महाराजा हरिसिंह ने कर दिया था। उसके बाद जालसाजी से कश्मीर को हड़पने के लिये पाकिस्तान ने अपनी सेना को कबायली के वेश में कश्मीर में घुसा दिया था। यही सोचकर ममता बैनर्जी भी आरोप लगा रही है कि क्रस्स्–क्चछ्वक्क कार्यकर्ता केंद्रीय बलों की वर्दी में कर रहे बंगाल में प्रवेश किये हैं।
ममता की इस सोच के पीछे राहुल गांधी की भी वैसी ही सोच है। इसी कारण अन्य विपक्षी दलों की भी यह सोच बनते जा रही है।
इसीलिये मैंने कहा है : दसमुखी रावण जैसे विपक्ष में दस पीएम।
कांग्रेस ने २०१९ के लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में दो प्रमुख वादों का उल्लेख किया है : १. ्रस्नस्क्क्र हटाने का वादा २. देशद्रोह कानून को समाप्त करने का वादा।
ममता बैनर्जी की प्रधानमंत्री बनने की लालसा और उसके लिये पं. बंगाल को भी कश्मीर के रास्ते पर ले जाने का दुस्साहस जब से वह सत्ता में आई है तब से कर रही है।
ष्टक्चढ्ढ से पहले भारतीय सेना का बंगाल में विरोध कर चुकी हैं ममता बनर्जी. कश्मीर के बाद दूसरा प्रदेश जहाँ हुआ था सेना का विरोध
केंद्र सरकार सेना के जरिए पश्चिम बंगाल में तख्तापलट की कोशिश कर रही है: ममता बनर्जी
दिसम्बर 02, 2016 बंगाल में सेना की तैनाती पर संसद में हंगामा, रक्षामंत्री ने दिया जवाब पश्चिम बंगाल में सेना की तैनाती को लेकर संसद में हंगामा हुआ. इस पर उस समय के रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि सेना की रूटीन एक्सरसाइज पर विवाद ठीक नहीं। इस संबंध में विस्तार से चर्चा इसी संपादकीय के नीचे अलग से की गई है।
हमे इस बात को समझना आवश्यक है कि चुनाव के समय बंगाल पुलिस के अलावा केन्द्रीय सुरक्षा बल की तैनाती से परेशान ममता बैनर्जी क्यों है?
बंगाल पुलिस के जरिये टीएमसी के गुंडे बूथ कैप्चरिंग कर टीएमसी को जीताते रहे हैं। केद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती इसमें बाधक बन रही है। इसीलिये ममता बैनर्जी ने मनगढ़ंत झूठा आरोप उसी प्रकार से लगाया है जैसे हिन्दू भगवा आतंक का झूठ यूपीए शासनकाल में फैलाया गया था।
शारदा घोटाला: सीबीआई की पूछताछ को टालती रही बंगाल पुलिस, दूसरे राज्यों में धीमी जांच पर भी सवाल । इस घटनाक्रम की जानकारी इसी संपादकीय के नीचे अलग से दी जा रही है।
इसीलिये मैंने कहा है देश तोडऩे की साजिश : दसमुखी रावण जैसे विपक्ष में दस पीएम