टीआरएस शासित तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद को AIMIM प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी का गढ़ माना जाता है। वहां के ग्रेटर हैदराबाद महानगरपालिका चुनावों में बीजेपी लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को पीछे छोड़ते हुए टीआरएस से दो-दो हाथ करने की स्थिति में आ गई है। रुझानों में कभी बीजेपी आगे हैं तो कभी टीआरएस, लेकिन इन रुझानों से ये तो स्पष्ट है कि 2016 में हाशिए पर खड़ी पार्टी को नंबर दो तक लाने में बीजेपी के उच्चस्तरीय कोर ग्रुप की भूमिका सबसे अहम है और इन चुनावों से बीजेपी ने 2023 विधानसभा चुनावों के लिए एक मजबूत नींव रख दी है जो पहले से ही बीजेपी के प्रदर्शन से डरे मुयमंत्री के चंद्रशेखर राव की कुर्सी के लिए खतरनाक साबित होगी। भाग्यनगर को शुभकामनाए |
GHMC चुनाव के ताजा रुझानों की बात करें तो इंडिया टुडे के मुताबिक कुल 150 सीटों में से टीआरएस को 65, बीजेपी को 40, एआईएमआईएम को 31, और कांग्रेस को 3 सीटें मिल रही हैं। खास बात ये है कि बीजेपी के अलावा सभी पार्टियों का ग्राफ गिर गया है। बीजेपी ने पिछले चुनावों में 4 सीटें जीतीं थी और इस बार वो 40 से ज्यादा सीटों पर लीड कर रही हैं जबकि राज्य की अन्य सभी राजनीतिक पार्टियों का रसूख घट गया है ये दिखाता है कि इन चुनावों में बीजेपी ने सारा एजेंडा अपने हिसाब से सेट किया है और सारा चुनाव उसके ही सेट किए गए मुद्दों के इर्द-गिर्द लड़ा गया है।
ट्विटर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाने के साथ ही भाग्यनगर को शुभकामनाएं भी दीं हैं। उन्होंने लिखा, “बहुत बढिय़ा किया भाग्यनगर! तेलंगाना की बीजेपी ईकाई अच्छे और बेहतरीन रास्ते पर है।” बीजेपी ने हैदराबाद को लेकर कैंपेन चलाया
था कि अगर भाजपा यहां शासन में आती है तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर रख दिया जाएगा। अपने उसी एजेंडे की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए बीजेपी महासचिव ने जाहिर कर दिया है कि हैदराबाद का नाम अब भाग्यनगर होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी।
बीजेपी की शुभ शुरुआत बीजेपी ने तेलंगाना को लेकर अपना राजनीतिक प्लान लंबे वक्त से तैयार रखा था, इसके चलते दुबक विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी उ
मीदवार ने जीत दर्ज की तो पार्टी का उत्साह सातवें आसमान पर चला गया। बीजेपी ने ग्रेटर हैदराबाद महानगरपालिका चुनावों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उार प्रदेश के मुयमंत्री और बीजेपी के सबसे फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने रोड शो करके हैदराबाद में बीजेपी के पक्ष में एक माहौल बना दिया, जिसका फल अब जीएचएमसी चुनाव नतीजों के रुझानों में भी दिख रहा है कि हैदराबाद में बीजेपी हाशिए से निकल कर नंबर दो की पार्टी बन गई है और ये बीजेपी के लिए शुभ शुरुआत है।
बीजेपी हैदराबाद के इन चुनावों में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के साथ ही 2023 विधानसभा
चुनाव की नींव रख चुकी है, जो कि राज्य के मुयमंत्री के चंद्रशेखर राव के लिए मुसीबत का सबब बनेगा। यही नहीं देश में इस्लामिक कट्टरता के नाम पर अपनी राजनीतिक दुकान चलाने वाले एआईएमआईएम के लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के लिए भी बीजेपी का प्रदर्शन एक खतरे की घंटी है बीजेपी उनके गढ़ यानी हैदराबाद में बेहद मजबूती से उनका मुकाबला करने को तैयार है, और पार्टी 2024 में उनके हैदराबाद से लोकसभा पहुंचने पर भी ब्रेक लगाने की तैयारी कर चुकी है।
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