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Editorial :- तुर्की से कांग्रेस और आमिर को प्यार क्यों?

18 aug 2020 

आर्टिकल ३७० को भारत की मोदी सरकार ने निष्प्रभावी कर दिया। इसका विरोध भारत में कांग्रेस और उसके साथी विपक्षी दलों ने किया।  

कांगे्रस के अलावा तुर्की, मलेशिया और पाकिस्तान ने विरोध किया है।

विश्व के अन्य सभी देशों ने चाहे वो सऊदी अरब हो या यूएई या अन्य कोई भी मुस्लिम देश सभी ने मोदी सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। 

मलेशिया के जिस प्रधानमंत्री ने विरोधी किया था महातिर अब पश्चाताप कर रहा है कि उसने गलती की। 

कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने जिस जाकिर नाईक को शांतिदूत कहा था वह भगोड़ा भारत के लिये सबसे वांछित अपराधी है। 

तुर्की और पाकिस्तान ही ऐसे मुस्लिम देश हैं जो भारत के साथ दुश्मनी का व्यवहार करते हैं।  

परंतु दु:ख की बात है कि ये ही दो-तीन देश विशेषकर तुर्की कांग्रेस और आमिर खान के प्रिय बने हुए हैं। 

इसीलिये हम ये कहते हैं कि तुर्की के राष्ट्रपति के विरूद्ध राहुल गांधी पाक में चुनाव लड़कर वहॉ के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। इसीलिये इमरान खान ने १४ फरवरी २०२० को कहा : 

, ‘Óमैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अर्दोआन ने अगला चुनाव पाकिस्तान में लड़ा तो वो आराम से जीत जाएंगे. मैंने संसद में देखा कि अर्दोआन जब बोल रहे थे तो सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक के सांसद मेज थपथपा रहे थे. मैंने इससे पहले कभी नहीं देखा कि किसी के संबोधन पर संसद में इस तरह से तालियां गूंजी हों. इससे साबित होता है कि पाकिस्तानी राष्ट्रपति अर्दोवान को किस हद तक चाहते हैं.ÓÓ

राहुल गांधी जिन्हें भाजपा के प्रवक्ता नरसिम्हा राव ने राहुल जिन्ना की संज्ञा दी है, अपनी पाक परस्त नीतियों के कारण और मोदी विरोध के लिये  देशविरोध करते हुए देखे जाने के कारण यह कहा जा सकता है कि वे इमरान खान की इस कथन को झुठला सकते हैं कि तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन पाक में चुनाव जीत जाएंगे।

हम यह कह सकते हैं कि तुर्की के राष्ट्रपति के  विरूद्ध राहुल गांधी पाक में चुनाव लड़कर वहॉ के प्रधानमंत्री बन सकते हैं।

>> भारत विरोध का गढ़ बन चुके तुर्की पहुँचे आमिर खान, वहाँ की मिनिस्ट्री के समर्थन से करेंगे फि़ल्म शूटिंग। 

>> देश विरोधी कांग्रेस, कश्मीर पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले देश तुर्की में खोला दफ्तर। 

>> भारत विरोधी गतिविधियों का नया गढ़ बना ‘तुर्कीÓ, भारत के मुस्लिमों को रेडिकल बनाने के लिए कर रहा फंडिंग: रिपोर्ट।

>> तुर्की- एक ऐसा शत्रु जो पाकिस्तान और चीन की तुलना में किसी भी तरह से कम नहीं है।

>> जाकिर नाइक ने कतर में अपने एक करीबी से संपर्क किया

 कॉन्ट्रोवर्शियल आमिर खान पर तंज , कहा- भारत में डरते हैं, टर्की से प्यार करते हैं?

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान  को सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, सुपरस्टार आमिर खान  इस समय तुर्की में लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग कर रहे हैं और उन्होंने हाल ही में तुर्की की फस्र्ट लेडी एमिन एर्दोगन से मुलाकात की. लेकिन उनकी इस मुलाकात से सोशल मीडिया के यूजर्स खुश नहीं हैं और लगातार ट्विटर पर एक्टर को ट्रोल कर रहे हैं. आमिर खान   को बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है, लेकिन इसके बावजूद वो अक्सर विवादों से घिर जाते हैं. इस खबर में हम बता रहे हैं आमिर खान के कुछ ऐसे ही विवाद…

आमिर खान का इनटॉलरेंस विवाद: आमिर खान ने 2015 में कहा कि देश का माहौल देखकर एक बार तो पत्नी किरण ने पूछा था कि क्या हमें देश छोड़ देना चाहिए? किरण बच्चे की हिफाजत को लेकर डर महसूस कर रही थीं.

आमिर का ब्लॉग विवाद: कई साल पहले आमिर खान   ने अपने ब्लॉग में लिखा था कि जब वो घर पर आए तो शाहरुख उनके पैर चाट रहा था और उन्होंने शाहरुख को बिस्किट खिलाए. दरअसल, आमिर अपने कुत्ते के बारे में बात कर रहे थे जिसका नाम उन्होंने शाहरुख रखा था.

आमिर खान और अमिताभ विवाद: आमिर खान ने अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी स्टारर फिल्म ब्लैक को देखकर काफी विवादास्पद बयान दिया था. आमिर ने कहा था कि वह जब फिल्म देखकर आए तो उन्हें अमिताभ की भूमिका सिर के ऊपर से निकल गई. आमिर के इस बयान के बाद उन्हें लोगों से काफी खरी खोटी सुननी पड़ी थी.

आमिर खान फिल्म पीके विवाद

आमिर खान फिल्म पीपली लाइव विवाद 

तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन पाक में चुनाव जीत जाएंगे: इमरान ख़ान

पाक में प्रधानमंत्री पद बनने के लिये यदि राहुल गांधी चुनाव लड़ते हैं तो नामांकन पत्र में प्रस्तावक के रूप में तैमूर के पिता सैफ अली खान प्रस्तावक बन सकते हैं।
अब सैफ अली खान ने अपने बेेटे का नाम तैमूर रखा है।
सैफ पर मिनीक्षी लेखी का तंज भी रहा है: तैमूर को तुर्की तक में मानते हैं क्रूर लेकिन कुछ लोग उस पर रखते हैं बच्चों का नाम।
इसके पीछे भी कुछ उद्देश्य रहा होगा कि राहुल गांधी को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाने के लिये भूमिका तैय्यार की जाये।
सैफ अली खान ने अपने बेटे का नाम क्यों रखा तैमूर बताई वजह,(परंतु बताई गई वजह वास्तविकता से परे है)
सैफ ने अरबाज खान के शो ‘पिंचÓ पर चैट के दौरान बताया, ‘लोगों को लगता है कि मेरे बेटे का नाम टर्किश मंगोलियन ‘तिमुरÓ के नाम पर है, लेकिन यह गलत है। मेरे बेटे का नाम ‘तैमूरÓ है ना कि ‘तिमुरÓ और इस नाम का अर्थ है ‘आयरनÓ। इसका अर्थ ये है कि ये मजबूती का प्रतीक है। ‘तिमुरÓ और ‘तैमूरÓ दोनों ही शब्दों में बहुत फर्क है।Ó
सैफ अली खान को चाहिये कि वे अपनी बताई वजह को सुधारने के लिये जायें इस लिंक पर /तैमूरलंग।

उक्त वेबसाईट के अनुसार तैमूर लंग अथवा ‘तैमूरÓ [शुद्ध शब्द ‘तिमुरÓ है, जिसका अरबी भाषा में अर्थ है- लोहा] (1336 ई. – 1405 ई.) चौदहवीं शताब्दी का एक शासक था जिसने महान् तैमूरी राजवंश की स्थापना की थी। तैमूर 1369 ई. में समरकंद के अमीर के रूप में अपने पिता के सिंहासन पर बैठा।

कांग्रेस का देशद्रोही चरित्र देखिए, भारत का समर्थन करने वाले इजराइल से नफरत और भारत का विरोध करने वाले तुर्की से खुल्लम खुल्ला प्यार

कांग्रेस का देशद्रोही चरित्र एक बार फिर सामने आया है। पार्टी के नेताओं का भारत का समर्थन करने वाले इजराइल से नफरत और विरोध करने वाले तुर्की से खुल्लम खुल्ला प्यार जगजाहिर है। इसका एक और सबूत राहुल गांधी के करीबी सलमान निजामी के ताजा ट्वीट से मिलता है। निजामी इजरायल से नफरत की बात खुलेआम स्वीकार रहा है।

 कांग्रेसी और उसके सहयोगी नेता आतंकियों और संदिग्ध संगठनों से साठगांठ और सहानुभूति रखने के लिए हमेशा से ही चर्चित रहे हैं। सत्ता के के लिए वे भारत विरोधी ताकतों से भी हाथ मिलाने के लिए तैयार हो जाते हैं। देश में सिमट रही कांग्रेस ने पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देने वाले देश तुर्की में अपना दफ्तर खोला। अनादोलू एजेंसी की खबर के अनुसार तुर्की में यह दफ्तर को इस्ताम्बुल में खोला गया। मोहम्मद युसूफ खान को इस दफ्तर की जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मोहम्मद युसुफ खान तुर्की में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे।

 तुर्की ने यूएन में ना सिर्फ कश्मीर मुद्दा उठाकर भारत के आंतरिक मामले में दखल दिया था बल्कि कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन की बात भी कही थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना प्रस्तावित दौरा रद्द कर दिया और तुर्की की कंपनी के साथ दो अरब डॉलर से ज्यादा की डील पर रोक लगा दी। इकनॉनिक टाइम्स के अनुसार पिछले साल विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी कर भारतीय नागरिकों को तुर्की न जाने और वहां की यात्रा करने वाले को सावधानी बरतने की सलाह दी थी।

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मिस्टर कॉन्ट्रोवर्शियल आमिर खान पर तंज , कहा- भारत में डरते हैं, टर्की से प्यार करते हैं? 

‘आमिर खान ने स्वतंत्रा दिवस की शुभकामनाएं नहीं दी, लेकिन उनके पास टर्किश की पहली महिला के साथ वक्त बिताने का काफी समय था। लग रहा है कि किरण और आमिर को अपना नया घर मिल गया है, क्योंकि भारत असहिष्णु है।Ó
‘आज के समय में तुर्की का रुख पूरी तरह से भारत विरोधी है। सरकार ने किसी भी तरह की तुर्की यात्रा के लिए सलाह नहीं दी है। भारत के एक सुपरस्टार ने टर्किश फस्र्ट लेडी के साथ मुलाकात की है। एंटी नेशनल न बोले तो क्या बोलें। दूसरे यूजर ने लिखा, ‘हमें जल्द पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, जिन्हें हम हीरो कहते हैं और जिन्हें हम अपनी मेहनत की कमाई देते हैं। क्या बॉलीवुड सितारों को ऐसे देशों को एक मजबूत संदेश देने में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए? आमिर खान यह निराशाजनक है।Óआमिर खान गद्दार हैज् फातिमा रसूल ने कहा कल ये न कहना कि इस गद्दार के बारे में नहीं बताया था
अभिनेता आमिर खान अपनी अगली फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढाÓ की शूटिंग के लिए तुर्की में हैं। तुर्की का रुख भारत विरोधी रहा है। तुर्की आजकल पाकिस्तान के साथ भारत विरोधी गतिविधियों मे लगा हुआ है। 370, कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाला तुर्की आजकल भारतीय मुसलमानों को कट्टर बनाने के लिए फंडिग कर रहा है। ऐसे में आमिर खान के तुर्की जाने पर कई सवाल उठ रहे हैं। भारत के खिलाफ जहर उगलने और मुसलमानों का मसीहा बनने की कोशिश में लगे तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मिलने के बाद सोशल मीडिया पर आमिर खान को गद्दार बताया जा रहा है।

प्तआमिर_खान अपनी अगली फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढाÓ की शूटिंग के लिए तुर्की गए हैं। फि़लहाल कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर तुर्की पाकिस्तान के साथ खड़ा है। बस बता देना चाहती हुं, कल ये ना कहना की प्तगद्दार के बारे में बताया नहीं था।

जिसको हम ्रष्टक्क अजय सिंह राठौर समझे थे, वो वास्तविक जीवन में गुलफाम हसन निकला।
प्तगद्दारआमिरखान।

मिया अमीर खान इजरायल के प्रधामनंत्री से नही मिलेंगे उनकी बीबी को भारत मे डर लगता है लेकिन लेकिन टर्की के खलीफा के बेगम के साथ चाय की चुस्की लेने उनके घर पहुच गए …..एक बात साफ है इस्लामिक इंसान कितना भी मोर्डन हो जाए वो अपने धर्म की कट्टरता नही छोड़ता…. !

गद्दार आमिर खान दुश्मन देश तुर्की के राष्ट्रपति एर्डोगन की बेगम के साथ। फिल्में इनकी चीन में 2000 करोड़ कमाती हैं..शूटिंग टर्की में करते हैं..डर इंडिया में लगता है.

आमिर खान 15 अगस्त को टर्की की प्रथम महिला से मिलता है। ध्यान रहे कि टर्की पाकिस्तान का मित्र है और कश्मीर पर लगातार भारत के विरुद्ध कई बयान दे चुका है। सनातन और भारतीय संस्कृति के विरोधी बॉलीवुड-गैंग की सफाई के लिए आवश्यक है कि पूरे खान-गैंग का बहिष्कार किया जाए।

विश्व जानता है कि तुर्की भारत विरोध देश है और वो खुलकर पाकिस्तान के साथ खड़ा है। जिसे हमने हीरो बनाकर धन सम्मान दे रखा है और जिसे अपने देश में डर लगता है वो आमिर ख़ान तुर्की की प्रथम महिला के साथ मीटिंग कर रहा है। -हम कब समझेंगे?प्तग़द्दार_कोन इस बार लालाचाड्डा की चडी फाडऩी हैं

प्ततुर्की की प्तफस्र्टलेडी से मिला गद्दार आमिर खान प्तभारतीयमुसलमानों को कट्टर बनाने में लगा है प्तपाककानया_यार आमिर खान लॉकडॉउन में भारत विरोधी देश तुर्की में पहुंचा प्तबॉलीवुड को प्तआतंकवादी देशों से इतना प्रेम क्यों है?

एक तरफ तुर्की कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के समर्थन में भारत विरोधी बयान दे रहा है और दूसरी तरफ अमिर खान तुर्की में जाकर गले मिल रहे हैं। इस तरह की हरकत हीं हमें अमिर खान को गद्दार व नमकहराम कहने को मजबूर करती है।

भारत के मजबूत मजबूत लोकतांत्रिक देश में जिनको डर लगता है, और इस्लामिक कट्टरपंथी, भारत विरोधी, धारा 370 हटने पर पाकिस्तान समर्थक और आतंकवाद अड्डा बन चुका तुर्की में आमिर खान सुरक्षित महसूस कर रहे है आखिर देश विरोधी, गद्दार लोगो पर कठोर एक्शन कब लिया जाएगा इनको कब तक सपोर्ट मिलेगा?

आमिर खान के साथ-साथ जितने और दो खान तथाकथित स्टार है वो लोग इस्राएल के पी?एम? के स्वागत वाले डिनर में नहीं गए लेकिन आमिर खान तुर्की में तुर्की के राष्?ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगान की पत्?नी अमीन एर्दोगान से मिलने पहुँचे । समझने वाले समझ जाए । यहूदी मेहमान है इसलिए नहीं मिलेंगे

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