1-4-2022
दिल्ली विधानसभा में कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार का मजाक उड़ाने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की काफी किरकिरी हो रही है। सीएम केजरीवाल ने पिछले दिनों विधानसभा में ‘द कश्मीर फ ाइल्सÓ को झूठी फिल्म बताते हुए कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार का मजाक उड़ाया था। फिल्म का मजाक उड़ाने के साथ ही उन्होंने इसके दिल्ली में टैक्स फ्री करने से इनकार भी कर दिया था। मजाक उड़ाने के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा ठहाके लगाना जख्म पर नमक छिड़कने जैसा था।
सोनम कपूर की फिल्म ‘निल बट्टे सन्नाटाÓ, भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘सांड की आंखÓ और रणवीर सिंह की फिल्म 83 को टैक्स फ्री करने वाले केजरीवाल से जब दिल्ली में ‘द कश्मीर फाइल्सÓ पर से टैक्स हटा लेने की मांग की गई तो उन्होंने बेहद असंवेदनशील बयान देते हुए कहा कि “टैक्स फ्री क्यों करा रहे हो। इतना ही शौक है तो विवेक अग्निहोत्री को बोले दो यूट्यूब पर डाल देगा। सारी पिक्चर देख लेंगेज् सारे जने देख लेंगेज् टैक्स फ्री की क्या जरूरत है। कश्मीर से मुस्लिम अलगाववादियों के डर से पलायन करने वाले कश्मीरी पंडितों की सच्ची कहानी पर बनी फिल्म को टैक्स करने को लेकर केजरीवाल की इस प्रतिक्रिया से लोगों में काफी गुस्सा है। इसको लेकर कश्मीरी हिंदुओं के साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के छात्रों ने बुधवार, 30 मार्च 2022 को मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन भी किए। प्रदर्शनकारियों ने विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री आवास के गेट को रंग दिए और पोस्टर बैनर लगा दिए। विरोध प्रदर्शनकारियों क का कहना है कि नरसंहार को झूठा बताना कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए एक झटके की तरह है और इस नरसंहार के पीडि़तों का ये खुला अपमान है।
कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार का मजाक उड़ाने के बाद बुरी तरह से फंस चुके अरविंद केजरीवाल खुद के बचाव के लिए अनाप-शनाप बक रहे हैं। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप के दूसरे नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि सीएम केजरीवाल को मारने की कोशिश की गई। लेकिन लोगों का गुस्सा आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के खिलाफ कम नहीं हो रहा है। वे आप कार्यालय और सीएम निवास के पास पोस्टर लगाने के साथ सोशल मीडिया पर विरोध जता रहे हैं।
More Stories
चीन के पसरते पांव पर लगाम लगाना आवश्यक
चीन के पसरते पांव पर लगाम लगाना आवश्यक
श्रीलंका को कर्ज मिलना राहत की बात