27 April 2019
शक्तिशाली भारत ही आतंकवाद का खात्मा कर शांति का संदेश विश्व को दे सकता है
कमजोर राष्ट्र और शक्तिशाली राष्ट्र में क्या अंतर है? कौन आतंकवाद को खत्म कर सकता है? कौन विश्व को शांति का संदेश दे सकता है? इसका उत्तर प्राप्त करने के लिये सर्वप्रथम दो उदाहरण यहॉ प्रस्तुत हैं :
>> पाकिस्तान जैसा कमजोर देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सितंबर २०१३ में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को देहाती औरत तक कह डाला था जब भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने युनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली के दौरान कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है।
>> चीन पहुंचे इमरान खान की हुई जमकर बेइज्जती – बीजिंग में आयोजित वेल्ट एंड रोड समिट में शिरकत करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चार दिवसीय दौरे पर चीन पहुंचे लेकिन यहां उनका जिस तरह स्वागत हुआ उसे लेकर पाकिस्तान के लोगों का गुस्सा चरम पर है। दरअसल पाकिस्तानी पीएम के स्वागत के लिए कोई बड़ा अधिकारी या नेता नहीं पहुंचा और उनका स्वागत बीजिंग की म्यूनिसिपल कमेटी की डिप्टी सेक्रेट्री जनरल ली लिफेंग ने किया। चीन को अपना जिगरी दोस्त कहने वाले इमरान के इस स्वागत पर पाकिस्तान की जमकर खिल्ली उड़ाई जा रही है।
>> चीन के अध्यक्ष माओ त्से तुंग ने हमेशा अपने उत्तराधिकारियों के दिमाग में ठूंस रखा है : तिब्बत एक हाथ की हथेली है जिसमें पांच अंगुलियां हैं– लद्दाख, सिक्किम, नेपाल, भूटान और नेफा (अब अरुणाचल) – को मुक्त करने और चीन में लाने की जरूरत है।
कमजोर पंडित नेहरू :
इसी नीति पर चलते हुए चाऊ एन लाई ने पंडित नेहरू को अपने जाल में फंसा लिया था कामरेड कृष्ण मेनन के माध्यम से। उस समय नारे लगे थे हिन्दी–चीनी भाई–भाई।
नतीजन भारत के हिमालय तराई के एक बड़े भू–भाग को १९६२ में चीन ने हथिया लिया था लोकसभा में जब प्रश्र पूछा गया था तो पंडित नेहरू ने जवाब दिया था कि उस भू–भाग में तो घास भी नहीं उगती। इस पर महावीर त्यागी ने जवाब दिया था कि मेरे सिर गंजा है तो क्या इसे मै….
>> 26 रूड्डह्म्ष्द्ध, 2019 चीन दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में उत्तर–पूर्वी भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश का दावा करता है। इसने अरुणाचल प्रदेश और ताइवान का चीनी क्षेत्र के हिस्से के रूप में उल्लेख नहीं करने के लिए 30,000 विश्व मानचित्रों को नष्ट कर दिया।
>> भारत और चीन ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए 21 दौर की वार्ता की है। आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार (26 मार्च) को बताया कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश और ताइवान का उल्लेख नहीं करने के लिए निर्यात के लिए देश में मुद्रित 30,000 विश्व मानचित्रों को नष्ट कर दिया है।
पीएम मोदी का सशक्त भारत :
आमतौर पर अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा मानने वाले चीन ने अपने एक नक्शे में पूरे जम्मू–कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाया है। बीजिंग में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के दूसरे समिट में चीन नक्शा प्रदर्शित कर रहा था। इसी में चीन ने पूरे जम्मू और कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाया है। यह है सशक्त भारत की पहचान।
>> ऊरी के हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राईक पीएम मोदी के शासनकाल में की गई। पाक के आत्मघाती आतंकी पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के ४० जवानों के शहीद हो जाने के उपरांत बालाकोट की एयरस्ट्राइक हुई। यह सशक्त भारत की पहचान है।
>> बालाकोट एयरस्ट्राइक के उपरांत विश्व के सभी देशों ने भारत की इस कार्रवाई का समर्थन किया। यहॉ तक की किसी भी मुस्लिम देश ने विरोध नहीं किया। यह है सशक्त भारत की पहचान।
>> बालाकोट एयरस्ट्राइक पर यदि किसी को प्रश्र पूछने की हिम्मत हुई तो वह कांग्रेस और कुछ अन्य परिवारवादी विपक्षी पार्टियां ही हैं।
”शक्तिशाली भारत ही आतंकवाद का खात्मा कर शांति का संदेश विश्व को दे सकता हैÓÓ इस सत्य को पीएम मोदी ने ओडिशा के संबलपुर में दिये गये अपने भाषण में भलीभांति व्यक्त किया है। उनके उस भाषण के कुछ अंश इस संपादकीय के नीचे हैं।
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