11 April 2019
सिद्धू के यार इमरान के बदले सुर का कारण बालाकोट जैसे अटैक का डर
पी चिदंबरम ङ्कह्य सुरजेवाला ङ्कह्य पाक विदेशमंत्री कुरैशी
लोकशक्ति के 8 अप्रैल २०१९ के अंक में पाक विदेशमंत्री का दावा प्रकाशित हुआ था वह सुरेजवाला के दावा की पोल खोल चुका है।
पाक विदेशमंत्री कुरैशी ने दावा किया था – भारत इसी महीने १६ से २० अप्रैल के बीच करेगा बालाकोट जैसा अटैक।
इमरान के बयान पर बोले सुरजेवाला, मोदी को वोट देने का मतलब है पाक को वोट देना
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ हो गया है। मोदी को वोट का मतलब पाकिस्तान के लिए वोट। उन्होंने दावा किया कि मोदी जी, पहले नवाज़ शरीफ़ से प्यार और अब इमरान खान आपका चहेता यार!
चिदंबरम का बीजेपी पर हमला, कहा– शांति नहीं, युद्ध चाहती है
उन्होंने कहा, ‘असल में यह भाजपा के कड़े और बढ़–चढ़ कर किए गए दावे हैं जिससे सीमा पर तनाव बढ़ गया है. सीमा क्षेत्र में रह रहे लोग डर में जी रहे हैं कि युद्ध किसी भी समय शुरू हो सकता है. मुझे संदेह है कि भाजपा युद्ध चाहती है. मुझे नहीं लगता कि वह शांति चाहती है. वे एक युद्ध चाहते हैं.
सिद्धू के यार इमरान के बदले सुर का कारण बालाकोट जैसे अटैक का डर
करीब एक महीने पुरानी ही बात है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विषवमन किया था। पुलवामा हमले पर मचे बवाल के बीच इमरान ने कहा था कि भारत के साथ बातचीत के लिए वे लोकसभा चुनाव के बाद बनने वाली नई सरकार की प्रतीक्षा करेंगे। लेकिन अचानक क्या हो गया कि इमरान अब न केवल मोदी की तारीफ करने लगे हैं, बल्कि यह भी कह रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में मोदी जीते तो भारत–पाकिस्तान के बीच बातचीत की रफ्तार तेज होगी।
सच्चाई तो यह है कि इमरान के ह्रृदय परिवर्तन का कारण उनका मोदी या भारत प्रेम नहीं है, बल्कि इसका कारण पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार की कड़ी नीतियां हैं। एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान हर समय भारत की ओर से ऐसे ही किसी और हमले की खौफ में जी रहा है। इसका ताजा सबूत पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का तीन दिन पहले आया बयान है जिसमें उन्होंने इसी महीने भारत की ओर से एक और हमले की आशंका जताई थी।
More Stories
चीन के पसरते पांव पर लगाम लगाना आवश्यक
चीन के पसरते पांव पर लगाम लगाना आवश्यक
श्रीलंका को कर्ज मिलना राहत की बात