नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर। भारत में खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी के बाद वैश्विक बाजार में भी भाव स्तर स्तर पर पहुंच रहे हैं। ऐसे में भारतीय तीर्थंकरों के लिए अब तेल का किराया महंगा हो गया है। घरेलू बाजार में भी दम काफी प्रतिभावान हो गए हैं।
कुछ तीर्थंकों ने इन तर्कों के आधार पर फिर से आयात शुल्क की मांग को सरकार तक पहुंचाया, लेकिन सरकार राहत देने के मूड में नहीं है।
असली देश को खाद्य तेल-तिलहन इस मामले में आत्मनिर्भर निर्माण के लिए स्थायी प्रभार संरचना को बनाए रखना आवश्यक है। तिलहन उत्पादक किसानों को बेहतर कीमत पर बेचने के लिए सरकारी शुल्क नहीं घटाएंगे।
23 अक्टूबर तक विश्व बाजार में एक माह की तुलना सोयाबीन के दाम में 16 प्रतिशत, सूरज के भाव में 12 प्रतिशत और आइल पाम के भाव में 10 प्रतिशत का अंतर दर्ज किया गया है।
दरअसल, भारत सरकार ने 13 सितंबर 2024 को कच्चे तेल और खाद्य तेलों पर 20 प्रतिशत (शेष सहित 229 प्रतिशत) की बढ़ोतरी कर दी थी।
इसकी गिरावट अब क्रूड श्रेणी के खाद्य तेलों पर 27.5 प्रतिशत और रिफाइन्ड खाद्य तेलों पर 35.75 प्रतिशत का शुल्क लागू हो गया है।
लूज तेल- 1500-1520, मुंबई सोयाबीन ऑयल रिफाइंड 1520, इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1265-1270, मुंबई सोया पाम ऑयल 1200-1205, मुंबई सोया पाम ऑयल 1300, मुंबई पाम ऑयल 1300, राजकोट ऑयल 2390, गुजरात लूज 1500, सोयाबीन ऑयल 1225 रुपये प्रति दस कि.
प्लांटसोयाबीन भाव- आवी ज्योति पचोर 4725 बैतूल नागालैंड 4705 बैतूल 4675 धानुका नीमच 4760 धीरेन्द्र सोया नीमच पुराना 4775 दिव्य ज्योति पचोर 4635 हरिओम अमृत मंदसौर 4765 कमोडिटी लक्ष्मी देवास 4700 केपी साल्वेक्स निवाड़ी 4625 खंडवा 4620 एमए साल्वेक्स 4675 नीमच 4750 ब्राइटनर्स 4625 प्रकाश 465 0 प्रेस्टीज ग्रुप देवास 4650 रमा फासफेट, धरमपुरी 4650 आरएच साल्वेक्स सिवनी 4600 सालासर हरदा4750 सूर्या फूड मंदसौर 4725 वर्धमान अंबिका कालापीपल 4650 विप्पी देवास 4680 रुपये प्रति शेयर।
कप्स्या खली- (60 किश्त भर्ती) इंदौर 2500 देवास 2500 मस्जिद 2500 खंडवा 2475, बुरहानपुर 2475, अकला 3925 रुपए।