पर प्रकाश डाला गया
- सोने की कीमत में 451 रुपए का अंतर हुआ।
- चांदी की कीमत उछाल 89250 रुपए हो गई।
- चांदी की कीमत अक्टूबर से 9090 रुपये प्रति लीटर।
बिजनेस डेस्क, रेस्तरां। सोने चांदी की कीमत: सोने और चांदी के समुद्र तट में एक बार फिर से तेजी से देखने को मिल रही है। भारतीय बाजार में सोने की जगह में समूह हो रही है, जिससे आम ग्राहक और निवेशक दोनों ही प्रभावित हो रहे हैं।
आज 24 कैरेट सोने की कीमत में 451 रुपये की गिरावट आई है, जबकि चांदी की कीमत में भी तेजी देखी जा रही है। सोने- समुद्र तट के कई शहर अलग-अलग हैं, लेकिन समुद्र तट के आंकड़ों से पता चलता है कि दोनों समुद्र तट के राष्ट्रीय स्तर पर वृद्धि हो रही है।
सोने की दुकान में तेजी
आज 24 कैरेट सोने की कीमत 451 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। इसके अलावा 23 कैरेट सोने की कीमत भी 450 रुपये टूट गई है, जो अब 76431 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है।
22 कैरेट सोने की कीमत 413 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। 18 कैरेट सोने की कीमत 339 रुपए प्रति दस ग्राम हो गई।
चांदी के कारखाने में भी तेजी
सिल्वर के जिले में भी बड़ी संख्या में दर्शक मिल रही हैं। 29 नवंबर को चांदी की कीमत 1346 रुपये प्रति किलोग्राम 89250 रुपये पर खुला। 30 अक्टूबर को चांदी की कीमत आज 9090 रुपये प्रति किलो थी, क्योंकि 30 अक्टूबर को चांदी की कीमत 98340 रुपये प्रति किलो थी।
सिल्वर की विज्ञप्ति में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम समिति के लिए महत्वपूर्ण हस्ताक्षर होते हैं। नवोदित के सीज़न में इसकी मांग में वृद्धि का आकलन किया गया है।
भारत के कई रेस्तरां में सोने-ब्याज की दुकानें
- दिल्ली (दिल्ली में सोने का भाव): दिल्ली मार्केट में आज सोने की कीमत 77513 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि चांदी की कीमत 92500 रुपये प्रति किलो है।
- चेन्नई (चेन्नई में सोने का भाव): चेन्नई में सोने की कीमत 77361 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत 100600 रुपये प्रति किलो है।
- मुंबई (मुंबई में सोने का भाव): मुंबई में सोने की कीमत 77367 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत 91800 रुपये प्रति किलो है।
- कोलकाता (कोलकाता में सोने का भाव): कोलकाता में सोने की कीमत 77365 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत 93300 रुपये प्रति किलो है।
सोने- सोते के भाव में उतरना- सोने का कारण
इस समय सोने-आबेदी की बस्ती में रैपिड का प्रमुख कारण रेडियो का सीज़न और त्यौहारी सीज़न है। भारत में पुराने के दौरान सोने-बच्चे की भारी खरीदारी की जाती है, जो इन सामानों की मांग को बढ़ावा देता है। इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था जैसे कि डॉलर की कीमत, वैश्विक सोने के बाजार में उतार-चढ़ाव और स्तर पर घरेलू मांग भी इन आंकड़ों को प्रभावित करती है।
निवेशक और निवेशक क्या करें?
सोने-यूनाईट में तेजी के साथ-साथ सोने वालों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है। जो लोग इन किशोरों में निवेश करने का सोच रहे हैं, उन्हें विशेषज्ञ की राय लेनी चाहिए, क्योंकि जिले में अचानक बदलाव हो सकते हैं। आम फाइल के लिए यह सही समय हो सकता है। अगर, वे सालगिरह के सीज़न में गहनों की योजना बना रहे हैं।