रावण दहन को लेकर वार्ता करते रामलीला कमेटी के पदाधिकारी
– फोटो : संवाद
विस्तार
हाथरस के सासनी कस्बे में इस बार श्रीरामलीला महोत्सव के तहत रावण वध मेले का आयोजन नहीं होगा। प्रशासन से रावण के पुतले के दहन के लिए भूमि नहीं मिलने पर रामलीला कमेटी ने यह घोषणा की है। कमेटी के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि तीन महीने से लगातार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद प्रशासन ने रावण दहन के लिए भूमि देने में कोई रुचि नहीं दिखाई। इस कारण यह निर्णय लिया गया है।
यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं
कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष लीलाधर शर्मा और महामंत्री क्रमल वार्ष्णेय ने बताया कि तीन महीने से दिए जा रहे प्रार्थना पत्र के क्रम में जब सोमवार को एसडीएम से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई जगह नहीं है। किसी प्राइवेट व्यक्ति से जमीन लेकर रावण दहन कर लें। जब उन्होंने इगलास रोड पर एक जमीन का प्रस्ताव दिया तो एसडीएम ने उसे विवादित बताकर वहां रावण दहन की अनुमति देने से मना कर दिया। इसके बाद इसी मार्ग पर दो अन्य भूखंडों का प्रस्ताव दिया, लेकिन उन पर भी एसडीएम ने अनुमति नहीं दी। विरोध करने पर कमेटी के महामंत्री को शांति भंग में पाबंद करने की धमकी दी गई।
ऐसे में रामलीला कमेटी बिना एसडीएम की अनुमति के रावण दहन कराने में असमर्थ है और इसके लिए पूरी तरह प्रशासन जिम्मेदार है। एसडीएम लवगीत कौर का कहना है कि जिस जगह का प्रस्ताव दिया था, उस पर हाईकोर्ट में मुकदमा विचाराधीन है। शासन के निर्देश हैं कि कोई नया मार्ग और जगह का चयन नहीं किया जा सकता। कमेटी के लोग पिछली बार की तरह रामलीला में ही रावण दहन कर सकते हैं। इस मौके पर जयप्रकाश माहेश्वरी, प्रकाशचंद्र शर्मा, सुधीर अग्रवाल, सुनील कुमार, प्रमोद, ब्रजेश कुमार, प्रदीप कुमार आदि मौजूद थे।
More Stories
पंजाब बागवानी निर्यात के लिए वैश्विक बाजार तलाशेगा: भगत
ग़रीबों के सेवानिवृत्त बांड्ज़ेंट के घर में चोरी … पोर्टफोलियो और डी ग़रीबों को भी ले जाया गया
Assembly Election झारखंड में दूसरे चरण की 38 सीटों पर थमा प्रचार…