आगरा राधास्वामी सत्संग सभा (दयालबाग) ने निजी तौर पर कई संसाधन विकसित किए हैं। सत्संगियों की खुद की बैंक, डाकखाना और कोतवाली है। बड़े पैमाने पर दूध उत्पादन और खेतीबाड़ी भी करते हैं। इससे 8 कॉलोनियों के सत्संगी लाभान्वित होते हैं।
इनकी राधास्वामी अरबन कोऑपरेटिव बैंक हैं, जिसमें सत्संगियों के ही खाते खोले जाते हैं। टेलीफोन एक्सचेंज और बिजली-वाटर सप्लाई विभाग भी है। कॉलोनियों के बिल भी यही जमा होते हैं। पोस्ट एंड टेलीग्राफ ऑफिस भी बना रखा है। सौर ऊर्जा और सिंचाई के लिए भी विभाग है। खुद की कोतवाली भी है। डेयरी फार्म और कृषि फार्म में दूध उत्पादन और अनाज-सब्जी पैदा करते हैं। कॉलोनियों और खेतों की सुरक्षा, निगरानी और यातायात समितियां भी हैं। इनकी रोस्टर के तहत जिम्मेदारी तय होती है।
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पीड़ितों को मिले न्याय
किसान नेता चौधरी दिलीप सिंह ने कहा कि किसानों की जमीन पर सत्संगियों ने अवैध कब्जा किया था। हटाने के लिए बुल्डोजर चलाने से किसानों की हिम्मत बंधी है। पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से कब्जा हटाकर पीड़ितों को न्याय दिलाए।
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ग्रामीणों की जमीन पर कब्जा अनुचित
भारतीय किसान संघ के मोहन सिंह चाहर ने कहा कि सत्संगियों ने ग्रामीणों की जमीन पर कब्जा किया, उनका रास्ता रोका, यह अनुचित है। किसी धार्मिक संस्था को ऐसा कृत्य नहीं करना चाहिए। प्रशासन की इस कार्रवाई से साबित होता है कि कोई भी कानून से बड़ा नहीं है।
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