Mukhtar Ansari Allahabad High Court News: माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक बड़ी टिप्पणी की है। हाईकोर्ट ने मुख्तार अंसारी के गैंग को देश का सबसे खूंखार आपराधिक गिरोह बताया। साथ ही मुख्तार अंसारी गैंग के एक हत्यारोपित सदस्य को जमानत देने से साफ इंकार कर दिया।
मुख्तार अंसारी को गैंग देश का सबसे खूंखार गिरोहहाइलाइट्सहाईकोर्ट ने मुख्तार अंसारी गैंग को बयाया सबसे खूंखारअंसारी गिरोह के सदस्य को हाईकोर्ट ने नहीं दी जमानतकहा, आरोपी बाहर जाकर गवाहों पर दबाव बनाएगाप्रयागराज: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मुख्तार अंसारी गैंग को देश का सबसे खूंखार आपराधिक गिरोह करार दिया है। कोर्ट ने हत्या के एक मामले में मुख्तार गैंग के सदस्य की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की। इसी के साथ कोर्ट ने हत्यारोपित रामू मल्लाह को जमानत देने से इनकार कर दिया। जमानत अर्जी पर जस्टिस दिनेश कुमार सिंह की खंडपीठ सुनवाई कर रही थी। कोर्ट ने कहा कि इस तरह के अपराधी को जेल से बाहर आने की अनुमति दी जाती है तो वह निश्चित रूप से गवाहों को प्रभावित करने की स्थिति में होगा। ऐसे में गवाहों का स्वतंत्र, निष्पक्ष और सच्चा बयान संभव नहीं होगा।
सरकार की ओर से जमानत अर्जी का यह कहते हुए विरोध किया गया कि रामू मुख्तार गिरोह का सदस्य है। उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में 8 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं। कोर्ट ने कहा कि मौजूदा मामले में रामू के अलावा मुख्तार समेत कई लोग आरोपित हैं। कोर्ट ने कहा कि ज्यादातर मामलों में रामू को बरी कर दिया गया, क्योंकि कोई भी इस तरह के खूंखार अपराधी के खिलाफ गवाही की हिम्मत नहीं करेगा। गवाह या तो गायब हो गए या पक्ष द्रोही साबित हो गए। यह परेशान करने वाली घटना है।हत्यारोपित को पहले मिली जमानत पर हाई कोर्ट ने जताई हैरानीमुख्तार गैंग के सदस्य रामू मल्लाह की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने रामू को पहले मिली जमानत पर भी हैरानी जताई। कोर्ट ने कहा कि यह अजीब बात है कि इसी हाई कोर्ट की एक को-ऑर्डिनेट बेंच ने 2013 में रामू को जमानत पर रिहा कर दिया था। रामू न केवल मुकदमे के दौरान फरार हो गया बल्कि जमानत आवेदन पर गलत पता देकर कोर्ट के साथ धोखाधड़ी भी की गई। यही नहीं ग्राम प्रधान का जाली प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत किया गया।कोर्ट ने खारिज कर दी अर्जीकोर्ट ने रामू की जमानत अर्जी खारिज करते हुए कहा कि खूंखार अपराधी या तो गवाह को अपनी तरफ मिला लेते हैं या उन्हें थका या खत्म कर देते हैं। कोर्ट ने कहा कि एक मजबूत, स्वतंत्र और निष्पक्ष आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए गवाहों का एक स्वतंत्र, स्पष्ट और निडर बयान बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे में स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षण और कानून के शासन का संरक्षण तभी संभव है, जब गवाहों को उनके स्वतंत्र, स्पष्ट और निडर बयान के लिए संरक्षण और समर्थन मिले।
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
More Stories
बीज के नाम पर अन्नदाता से छल, बांट दिया घुन लगा, बोवनी के लिए चिंता हो रही किसान
Chirag Paswan झारखंड में 23 नवंबर के बाद ‘डबल इंजन’ सरकार बनेगी
Raipur: झूठे आरोपों से तंग आकर ऑटो मैकेनिक ने घर में फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी, सुसाइड नोट में सामने आई ये बात