निवेशक, लेखक और योग शिक्षक हैं श्याम एंड्रिच
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उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बिचपुरी ब्लॉक के अंगूठी गांव में बने प्राथमिक विद्यालय में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले शख्स को देख लोग अचंभित रह गए। कपड़े गंदे, फटे और बाल उलझे थे। शरीर पर चोटों के निशान थे। लोगों ने पूछना चाहा तो नाराजगी भरे लहजे में उन्होंने मना कर दिया। जगदीशपुरा पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस की काउंसिलिंग के बाद उन्होंने अपना नाम लंदन निवासी श्याम एंड्रिच मेहता बताया। पुलिस ने इंटरनेट की मदद ली तो पता चला कि ये प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखक हैं जो भटकते हुए यहां तक आ पहुंचे हैं। दूतावास को सूचना देकर पुलिस अब अपनी देखरेख में उनका इलाज करा रही है।
ऋषिकेश से प्रीपेड टैक्सी से निकले थे
ब्रिटिश लेखक श्याम एंड्रिच मेहता बिजनौर से 10 दिन पहले लापता हुए थे। वह 16 फरवरी को ऋषिकेश से प्रीपेड टैक्सी से लखनऊ जाने के लिए निकले थे। बिजनौर के नूरपुर में पेट्रोल पंप के पास ढाबे पर खाना खाने के लिए उतरे थे। टैक्सी को वहीं छोड़कर कस्बे की ओर चले गए। इसके बाद वह नहीं लौटे तो टैक्सी चालक राजीव शर्मा ने 112 नंबर पर सूचना दी। पर्यटक के साथ अनहोनी की आशंका जताई। गुमशुदगी दर्ज कर बिजनौर पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी।
इधर, 23 फरवरी की सुबह श्याम एंड्रिच गांव अंगूठी में प्राथमिक विद्यालय में खुद पहुंचे। विद्यालय के शिक्षकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने गाइड के माध्यम से उनसे बातचीत की। इसके बाद पर्यटन थाने की पुलिस उन्हें अपने साथ लेकर आई। पर्यटन पुलिस ने उनसे करीब 6 घंटे बातचीत की। वह लोगों के व्यवहार से काफी नाराज थे।
काफी प्रयास के बाद पुलिस को उन्होंने बताया कि वह ब्रिटिश नागरिक हैं। उनका जून 2022 से मई 2023 तक वीजा है। एसीपी ताज सुरक्षा अरीब अहमद ने उनसे तीन घंटे तक बातचीत करके उन्हें इत्मीनान दिलाया कि वह सही जगह पहुंच गए हैं। इसके बाद ही उन्होंने अपने बारे में विस्तार से जानकारी दी।
निवेशक, लेखक और योग शिक्षक हैं श्याम एंड्रिच
श्याम एंड्रिच मेहता बैंकों में निवेशक, कारोबारी, लेखक और योग शिक्षक हैं। वह ब्रिटेन में एक सामाजिक संस्था भी चलाते हैं। एसीपी ने बताया कि इंटरनेट पर उनके बारे में खोजबीन की, तब उनके बारे में पता चला। उन्होंने योग और बैंकिंग पर कई किताबें लिखी हैं। उनकी कई किताबें बेस्ट सेलर रही हैं।
जगह-जगह लोगों ने किया परेशान
पुलिस का अनुमान है कि श्याम मेहता बिजनौर में टैक्सी से उतरने के बाद रास्ता भटक गए होंगे, जिसके चलते वह पैदल व अन्य माध्यमों से आगरा पहुंचे। उनके पास कोई सामान भी नहीं था। वह लोगों के जगह-जगह अपने साथ किए दुर्व्यवहार से क्षुब्ध थे। अनुमान है कि रास्ते में लोगों ने उन्हें प्रताड़ित भी किया। यही कारण था कि उन्होंने पुलिस को भी शुरुआत में अपने बारे में अधिक नहीं बताया।
ब्रिटिश दूतावास को दे दी है सूचना
ब्रिटिश नागरिक के लंदन स्थित परिवारीजन से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। ब्रिटिश दूतावास को भी सूचना दे दी गई है। उन्हें फ्रैक्चर व चोटें हैं। मेडिकल जांच की जा रही है। अब वह पुलिस की देखरेख में हैं। -डॉ. प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर
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