मेरठ: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वेस्ट यूपी को सियासी तौर पर बेस्ट बनाएंगे। यानी, 2019 के लोकसभा चुनाव में हारी बाजी को 2024 में जीत में बदलने के लिए चुनावी पिच पर बीजेपी के अध्यक्ष खुद उतरेंगे। उन्होंने वेस्ट यूपी की हारी छह लोकसभा सीटों पर फतह की रणनीति बनाने के लिए 28 फरवरी को सहारनपुर और अमरोहा में दस्तक देने का प्लान बनाया था। दोनों जगह रैली करनी थी लेकिन सोमवार को यह प्रोग्राम यूपी में संगठनात्मक नियुक्तियों के काम के चलते स्थगित कर दिया गया। नड्डा के आने की नई डेट का ऐलान जल्द होगा। माना जा रहा है कि मार्च के पहले सप्ताह में यह आयोजन बीजेपी करेगी।
दरअसल, केंद्र और यूपी की सत्ता संभाल रही भारतीय जनता पार्टी के लिए 2024 में वेस्ट यूपी कमजोर कड़ी साबित न हो, इसके लिए अभी से कसरत कर रही हैं। यूपी में सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटें हैं। 2019 में बीजेपी और सहयोगी दलों ने 66 जीती थी। 14 पर गैर बीजेपी दल जीते थे। इन 14 में से 10 सीट पर बहुजन समाज पार्टी, तीन सीटों पर समाजवादी पार्टी और एक सीट पर कांग्रेस जीती थी। कांग्रेस की एक मात्र सीट उनकी अध्यक्षा सोनिया गांधी रायबरेली से जीती थी। बीजेपी जिन 14 सीटों पर हारी थी, उनमें से सात सीट वेस्ट यूपी की है। इनमें सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा एवं नगीना पर बीएसपी और मुरादाबाद, संभल एवं रामपुर पर समाजवादी पार्टी जीती थी। दो अन्य सीट मेरठ और मुजफ्फरनगर बहुत कम अंतर से बीजेपी जीत सकी थी।
हालांकि, आजम खान की रामपुर सीट को उप चुनाव 2022 में बीजेपी ने सपा से छीन ली थी। ऐसे में छह सीटें अभी भी बीजेपी के लिए कमजोर कड़ी हैं। बीजेपी चाहती है कि इन छह सीटों पर भी फतह कर वेस्ट यूपी पर सियासी कब्जा जमाया जाए। इसलिए पहले उसने तीन तीन सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों को प्रभारी बनाकर मजबूती का जिम्मा दिया था। इसके तहत केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को संभल, मुरादाबाद और अमरोहा का प्रभारी बनाया था। वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सहारनपुर, नगीना और बिजनौर लोकसभा क्षेत्रों का जिम्मा दिया था। हालांकि, अब बीजेपी के कद्दावर नेता, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गृह मंत्री अमित शाह और मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वेस्ट को बेस्ट बनाने का कमान खुद अपने हाथ में ली है।
इसी क्रम में 28 फरवरी को सहारनपुर और अमरोहा में जेपी नड्डा को जनसभा करनी थी। उसके बाद अमित शाह को भी आना था। बीजेपी के प्रदेश सचिव चंद्रमोहन का कहना है कि सूबे में इसी माह पूरी की जाने वाली संगठनात्मक प्रक्रिया के चलते राष्ट्रीय अध्यक्ष का 28 फरवरी का कार्यक्रम स्थगित हो गया हैं। जल्द फिर से कार्यक्रम बनेगा। वेस्ट यूपी की सभी सीटों पर 2024 में कमल शान से खिलेगा। उनका कहना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट यूपी में जिन बूथों पर परिणाम बीजेपी के अनुकूल नहीं आए, वहां बूथ सशक्तिकरण किया जाएगा। जनता से संवाद करेंगे। सरकार के जनहित कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं को उन तक पहुंचाया जाएगा।
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