भारत के इलेक्ट्रिक यात्री वाहन (ईवी) सेगमेंट में जुलाई 2025 में 15,423 यूनिट्स की बिक्री हुई, जो जुलाई 2024 की तुलना में 93% की वृद्धि है। मार्केट लीडर टाटा मोटर्स ने 8 महीने बाद 6,000 से अधिक गाड़ियां बेचीं, जबकि JSW MG मोटर इंडिया और महिंद्रा ने 200% से अधिक वार्षिक वृद्धि दर्ज की। हालांकि, महिंद्रा और एमजी मोटर ने बिक्री के मामले में टाटा मोटर्स से पिछड़कर भी प्रभावशाली वृद्धि दिखाई। टाटा कई महीनों से ईवी बाजार में सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है।
महिंद्रा और एमजी से लगातार बाजार हिस्सेदारी खोने के बाद, टाटा मोटर्स ने जुलाई में इस साल की सबसे अधिक 6,019 यूनिट्स बेचीं, जो 18% वार्षिक वृद्धि है। टाटा अभी भी मार्केट शेयर में नंबर-1 है, लेकिन उसका हिस्सा पिछले साल के 67% से घटकर 38% रह गया है। टाटा के पास ईवी का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो है, जिसमें अल्ट्रोज को छोड़कर सभी कारों के इलेक्ट्रिक संस्करण शामिल हैं। कंपनी अगले 5 वर्षों में 35,000 करोड़ रुपये का निवेश करके ईवी बाजार में 50% हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य रखती है।
विंडसर की सफलता से MG ने टाटा के बाजार शेयर में बड़ी सेंध लगाई है। पिछले महीने MG ने 5,061 यूनिट्स बेचीं, जो इस साल की इसकी सबसे बड़ी मासिक बिक्री है। MG का मार्केट शेयर एक साल में 16% से बढ़कर 32% हो गया है। Windsor, Comet और ZS EV ने बाजार में मजबूत पकड़ बनाई है। हाल ही में MG ने M9 MPV और Cyberster इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्सकार लॉन्च की हैं, जो प्रीमियम सेगमेंट में MG के नए Select Channel के जरिए बेची जाएंगी। भले ही ये ज्यादा संख्या में बिकने वाले मॉडल नहीं हैं, लेकिन प्रीमियम MPV और एंट्री-लेवल स्पोर्ट्सकार सेगमेंट में MG को अलग पहचान दिला सकते हैं।
BE 6 और XEV 9e ने महिंद्रा की ईवी बिक्री को अच्छा बढ़ावा दिया है, लेकिन जुलाई 2025 में 2,810 यूनिट्स की बिक्री पिछले तीन महीनों से कम रही। फिर भी कंपनी का मार्केट शेयर एक साल में 8% से बढ़कर 17% हो गया। अब तक महिंद्रा सिर्फ BE 6 और XEV 9e के टॉप Pack Three वेरिएंट्स की डिलीवरी कर रही थी। हाल ही में कंपनी ने इन दोनों इलेक्ट्रिक SUVs के मिड-स्पेक Pack Two वेरिएंट्स की डिलीवरी शुरू की है। इनकी बिक्री के आंकड़े अगले महीने से नजर आएंगे, जिससे महिंद्रा की मासिक बिक्री और ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद है।