Author: Lok Shakti

हमारे देश के तथाकथित बुद्धिजीवियों-जिनमें साहित्यकार, पत्रकार, लेखक, कलाकार ने हिंदुत्व की तरह ही ‘राष्ट्रवाद’ को लांछित करने, अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हिंदू देवी-देवताओं को अपमानित करने के साथ राष्ट्रीय अस्मिता को धुंधलाने में राष्ट्र विरोधी शक्तियां सक्रिय है। ऐसे ही राष्ट्र-विरोध एवं हिन्दुत्व को अपमानित करने वाले स्टैंड-अप कमीडियन मुनव्वर फारूकी इनदिनों देश ही नहीं, दुनिया में अपनी हरकतों के कारण चर्चित है, जन-विरोधी भावनाओं का सामना कर रहे हैं।  पिछले दो महीनों में अलग-अलग राज्यों और शहरों में उनके 12 शो जनभावनाओं के विरोध के कारण स्थगित हुए हैं। फारूकी न केवल भाजपा…

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हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना नाम लिए परिवारवादी राजनीतिक दलों को निशाने पर लेकर भारतीय राजनीति की लगातार बलशाली होती विसंगति एवं विषमता पर प्रहार किया है। भारत को राजनीतिक दृष्टि से आदर्श शक्ल देने एवं निगाहों में नये भारत-सशक्त भारत के स्वप्न को आकार देने के लिये परिवारवाद को बढ़ावा दे रहे दलों को कठघरे में खड़ा करने एवं परिवारवादी राजनीति पर अंकुश लगाने की नितांत जरूरत है। जरूरत इसलिए भी है, क्योंकि ऐसे दल लोकतंत्र और संविधान की भावना को केवल चोट ही नहीं पहुंचा रहे हैं, बल्कि एक किस्म की सामंतशाही को भी पाल-पोस…

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विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिवस पर्यावरण के प्रति जागरूक होने और पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने के संबंध में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम यूएनईपी के माध्यम से सन् 1992 में पृथ्वी सम्मेलन पर पर्यावरण के प्रति जागरूक होने के लिए विश्व के सभी देश एकत्रित होकर इस के संबंध में सार्थक विचार विमर्श किया था। पिछले करीब तीन दशकों से ऐसा महसूस किया जा रहा है कि वैश्विक स्तर पर वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या पर्यावरण से जुड़ी हुई है। इस सन्दर्भ में ध्यान देने वाली बात…

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दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र अगले चन्द हफ्तों में होने जा रहे 5 राज्यों के चुनावों के साथ फिर से इलेक्शन मोड में आ गया है। सच कहें तो भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहाँ हर साल बल्कि हमेशा कहीं न कहीं और कोई न कोई चुनाव होते ही रहते हैं। इन पर होने वाले भारी, भरकम खर्च के लिहाज से भले ही लोगों की अलग-अलग राय हो लेकिन जनता के द्वारा जनता के हाथों, जनता की हर स्तर की सरकार बनाने की जो रीत अपने देश में है, सच में अनूठी है और दुनिया के कई दूसरे…

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पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देजनर आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पूरी ताकत लगा रहे हैं, मतदाताओं को लुभाने के लिये कई घोषणाएं कर रहे हैं, इनदिनों उनकी ऐसी ही एक घोषणा चर्चा का विषय बनी हुई है जिसमें उन्होंने एलान किया है कि यदि उनकी पार्टी की सरकार बनी, तो राज्य में 18 साल से ऊपर की सभी महिलाओं के खाते में हर महीने 1,000 रुपये डाले जाएंगे। बुजुर्ग महिलाओं को वृद्धा पेंशन के अतिरिक्त यह राशि मिलेगी। इस योजना को उन्होंने भले ही स्त्री सशक्तीकरण से जोड़ा है, लेकिन यह सीधे…

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मध्य प्रदेश में रीवा जिले के पड़री गांव में एक गरीब मजदूर का हाथ इसलिये काट दिया गया कि उसने अपनी मेहनत का मेहनताना मांगा। इस क्रूर, बर्बर एवं हिंसक घटना ने समूचे राष्ट्र को झकझोर दिया है। एक मजदूर पर जानलेवा हमला करने और उसका हाथ काट देने की यह घटना किसी भी संवेदनशील समाज को दहला देने के काफी है, नया भारत को बनाते हुए ऐसी शर्मसार करने वाली घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा प्रतीत होता है कि अर्थ, सत्ता एवं वर्चस्व की होड़ में रोटी महंगी एवं मनुष्य सस्ता हो गया है। इंसान एवं इंसानियत के बीच अहंकार…

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर इनदिनों मीडिया एवं सोशल मीडिया पर छायी हुई है, जो आगामी उत्तर प्रदेश के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार से जुड़ी अटकलों का जबाव बनी है। न केवल मुख्यमंत्री उम्मीदवार बल्कि उत्तर प्रदेश की भावी तस्वीर कैसी हो, इसका भी जबाव बनी है। मोदी का हाथ योगी के कंधे पर रखकर चलने वाली इस तस्वीर ने योगी एवं मोदी के संबंधों को भी स्पष्ट कर दिया है। इस एक तस्वीर ने बहुत कुछ कह दिया गया है, कुछ बाकी रहा जो योगी ने इन…

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पूरी दूनिया कोरोना महामारी से पिछले काफी लंबे समय से जूझती रही है। समूची दुनिया ने चुस्ती और सावधानी बरतते हुए इस महामारी से मुक्ति दिलाने में सफलता भी हासिल की है, लेकिन अभी कोरोना महामारी का खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। रह-रह कर यह महामारी विश्व के कई देशों में उभर रही है। कोरोना महामारी से निजात को लेकर अभी भी बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं। वैश्विक स्तर पर सबसे चिंताजनक स्थिति यूरोपीय देशों की है। यूरोप में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी चिंता जता चुका है। ज्यादा चिंताजनक बात यह…

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गुरुनानक देवजी की जन्म जयन्ती ‘गुरु परब’ के दिन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर अपने कद को बड़ा किया है, लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती दी है। दरअसल कृषि क्षेत्र में सुधारों एवं किसानों की दशा एवं दिशा सुधारने की दृष्टि से ये तीनों कानून मोदी सरकार ने बनाये थे उनका शुरू से ही किसान संगठन विरोध कर रहे थे। असल में विभिन्न राजनीतिक दलों एवं मोदी विरोधी खेमें को यह एक मुद्दा मिल गया था, जिसे जमकर भुनाया गया, अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते किसान हितों को कुचला गया।…

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