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Author: Lok Shakti
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक श्री मोहन भागवत ने कर्णावती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की 11-13 मार्च 2022 की बैठक में देश में एक ऐसा आर्थिक मॉडल विकसित करने हेतु आग्रह किया हैै जिसके अंतर्गत मजबूत ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ रोजगार के अधिक अवसर निर्मित हो सके। जिससे कुटीर एवं लघु उद्योगों का ग्रामीण इलाकों में विस्तार किया जा सके। संघ के ये स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर अर्थतंत्र के ये विचार, दर्शन, कार्यक्रम एवं इतिहास प्रारंभ से ही सशक्त एवं सुदृढ़ राष्ट्र-निर्माण का आधार रहे हैं। संघ का भारत की आजादी एवं इसके नवनिर्माण में अभूतपूर्व योगदान रहा है…
चैतन्य महाप्रभु श्रीकृष्ण के प्रेमावतार यानी श्री राधाजी के अवतार माने जाते हैं, वे भारतीय संत परम्परा में श्रीकृष्ण भक्ति रस संस्कृति के एक महान् संत हैं। उन्होंने मध्यकाल में एक देवदूत की भांति भारत की धरा पर जन्म लेकर वैष्णव संत केशव भारती से संन्यास ग्रहण कर शोषित, पीड़ित मानव-समुदाय को प्रेमपूर्ण जीवन जीने की राह दिखाई। वे कवि, समाज सुधारक एवं क्रांतिकारी प्रचारक थे। वैष्णव धर्म के परम प्रचारक एवं भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में से एक थे। उन्होंने जात-पांत के बंधन को तोड़ने और सम्पूर्ण मानव जाति को एक सूत्र में पिरोने के लिये हरिनाम ‘संकीर्तन’ आन्दोलन…
भक्त एवं भगवान का एक रंग हो जाना ही चरम परिणति है और इसी अंतस और अध्यात्म का अनूठा संगम पर्व है होली। होली प्रेम, आपसी सद्भाव और मस्ती के रंगों में सराबोर हो जाने का अनूठा त्यौहार है। कोरोना महामारी के कारण इस त्यौहार के रंग भले ही फीके पड़े हैं या मेरेे-तेरे की भावना, भागदौड़, स्वार्थ एवं संकीर्णता से होली की परम्परा में बदलाव आया है। परिस्थितियों के थपेड़ों ने होली की खुशी को प्रभावित भी किया है, फिर भी जिन्दगी जब मस्ती एवं खुशी को स्वयं में समेटकर प्रस्तुति का बहाना मांगती है तब प्रकृति हमें होली…
अर्थ चिंतन की पूंजीवादी अवधारणा में यह स्वीकार्य था कि समाज में उपभोक्ता ही राजा होते हैं क्योंकि इनकी रूचि, पसंद और मांग ही पूरी अर्थव्यवस्था की दिशा तय करने में निर्णायक होती है। इस स्थिति को अमेरिका के विलियम हेराल्ड हट ने पहली बार ‘उपभोक्ता की सार्वभौमिकता’ शब्द से निरूपित किया जैसा कि एक उच्च डच कहावत है “डी क्लांट इज कोनिंग” अर्थात ग्राहक राजा है। समय के बदलाव के साथ विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं में उदारीकरण तथा वैश्वीकरण की संकल्पना ने उपभोक्तावादी संस्कृति को प्रोत्साहित किया। बाजार नियंत्रित समाजों में प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण सृजित हुआ जहां नैतिकता, ईमानदारी और…
उत्तरप्रदेश सहित पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों परिणामों के बाद एक बात विशेष रूप से उभर कर सामने आयी है कि सशक्त लोकतंत्र के लिये सशक्त विपक्ष बहुत जरूरी है। पंजाब में दिल्ली की ही भांति आम आदमी पार्टी की जो आंधी चली और नगण्य विपक्ष के रूप में आप की सरकार बनने जा रही है, उस तरह की सरकारें बनना एवं प्रचंड बहुमत मिलना लोकतंत्र के लिये गंभीर खतरा है। देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाये रखना है तो जितना आवश्यक सत्ता धारी दल का स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाना है, उतना ही आवश्यक है सशक्त विपक्ष…
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों में स्पष्ट हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अपनी सरकारें बचाने में कामयाब रही है, बल्कि उसने अपने प्रभावी एवं चमत्कारी प्रदर्शन से जनता का दिल जीता है। लेकिन कांग्रेस पार्टी तो पांचों राज्यों में ही जर्जर एवं निस्तेज हुई है, बल्कि पंजाब में अपनी सरकार को बचाने में नाकाम रही है, आम आदमी पार्टी जैसे प्रांतीय दल ने उसे करारी मात दी है। वहां आप की आंधी चली है लेकिन कांग्रेस की उम्मीद का एकमात्र यह सहारा भी टूट गया। आप दिल्ली से निकलकर पहली…
भारत के राजनीतिक भविष्य के लिए बेहद अहम से माने जा रहे 5राज्यों के विधानसभा चुनाव उसमें भी खासकर उत्तर प्रदेश ने न केवल यहजतला दिया है कि 2024 में दिल्ली की गद्दी का रास्ता फिर वहीं से निकलेगाबल्कि 37 वर्षों का मिथक भी तोड़ दिया कि एक ही दल दोबारा सत्ता में नहींआता। अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद भाजपा और योगी का उत्तर प्रदेश मेंदोबारा प्रचण्ड बहुमत लौटना बताता है कि मिथक बस मिथक ही होते हैं जोजनादेश के आगे टूट जाते हैं। नारायण दत्त तिवारी के बाद योगी आदित्यनाथही अकेले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने कार्यकाल पूरा कर शानदार…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनकी भाजपा सरकार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि उसके लिये सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण जनता का हित एवं उसकी रक्षा है। उसने रूस एवं यूक्रेन बीच चल रहे घमासान युद्ध एवं आपदा में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सबसे बड़ी राहत की खबर है कि यूक्रेन के घमासान वाले शहर सूमी में फंसे करीब सात सौ भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में उसे सफलता मिली है, इससे पूर्व सतरह हजार भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है। आपरेशन गंगा के तहत चले इस अभियान में…
पूरे देश की नजर उत्तर प्रदेश पर है। प्रधानमंत्री की आखिरी दौर में ताबड़ तोड़ रैलियोंऔर बाबा की अनुपस्थिति ने मैच को रोचक बना दिया है। संदेश चला गया है कि योगी कीअपील छठवें और सातवें राऊंड में उत्पादक नहीं रही। अभी-अभी उत्तर प्रदेश से लौटकर जोसमझा वह उत्तर प्रदेश में मुझे इशारों ने समझाया है। झांसी में एक परिचित संघ के नेता सेपारिवारिक आयोजन में मैंने पूछा कि भाई साब क्या स्थिति है? तो उन्होंने इशारे से कहा किभाई साहब पहले भरोसा था अब उम्मीद है? यानि अब उत्तर प्रदेश के चुनाव में भारतीयजनता पार्टी उम्मीद से है।किसान आंदोलन…