Author: Lok Shakti

नवरात्रि के बाद आने वाला दशहरा का पर्व हिन्दुओं का बेहद ही खास पर्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन दशहरा का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व बुराइयों से संघर्ष का प्रतीक पर्व है, यह पर्व देश की सांस्कृतिक चेतना एवं राष्ट्रीयता को नवऊर्जा देने का भी पर्व है। आज भी अंधेरों से संघर्ष करने के लिये इस प्रेरक एवं प्रेरणादायी पर्व की संस्कृति को जीवंत बनाने की जरूरत है। प्रश्न है कौन इस संस्कृति को सुरक्षा दे? कौन आदर्शो के अभ्युदय की अगवानी करे? कौन जीवन-मूल्यों की…

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भारत दुनिया में नवाचार की दृष्टि से उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कर रहा है। संभवतः आजादी के बाद यह पहला अवसर है कि भारत के विकास की दृष्टि से नवाचार (इनोवेशन) के जितने सफल एवं सार्थक प्रयोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे हैं, उतने पूर्व में नहीं हुए हैं। उससे दुनिया में भारत की छवि बदली है एवं प्रतिष्ठा बढ़ी है। दुनिया में तरक्की व प्रगति का बुनियादी आधार नवाचार ही होता है। इस क्षेत्र से भारत के लिए सुखद और गर्व करने योग्य खबर है कि हमनेे एक बड़ी छलांग लगाई है। एक साल पहले के 46वें…

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कभी चलूं धीरे, कभी चलूं तेज़,जीवन के दौर मे, लगी है रेस।कोई जीता मुझसे, कोई मुझसे हारा,तेरे जीवन का मै ही सहारा।कौन कहता है, समय कुछ नहीं दिखाता,जो कोई नहीं दिखाता, वो मैं दिखालाता।सही के साथ सही, बुरे के साथ बुरा,ये जीवन का दौर नया।कभी मैं बलवान, कभी मैं कमज़ोर,मैने ही थामी तेरे जीवन की डोर।कभी हसाऊं, कभी मै रुलाऊं,नहीं रहूं एक जैसा, कहता हूं हर बार।बन मेरे जैसा,रुका ना कभी किसी के कहने से, चला न कभी तेज़।मै हूं बलवान, दिखाता हूं सबके भेष,वन के दौर मे लगी है रेस।कोई कहे बलवान, कोई बोले नादान,एक पल में बनाऊं पहचान,मैं…

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दुनिया में वरिष्ठ नागरिकों, वृद्धों एवं प्रौढ़ों के साथ होने वाले अन्याय, उपेक्षा और दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 01 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसे भिन्न-भिन्न-नामों से जाना जाता है जैसे-  ‘अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस’, ‘अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस’, ‘विश्व प्रौढ़ दिवस’ अथवा ‘अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस’ इत्यादि। इस अवसर पर अपने वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करने एवं उनके सम्बन्ध में चिंतन करना आवश्यक होता है। इस दिवस का आधिकारिक तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन द्वारा श्रीगणेश किया गया था। इस दिवस को मनाने का मुख्य…

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कथित रूप से आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता एवं आईएसआईएस जैसे भारत विरोधी आतंकवादी संगठनों से निकट संबंधों के चलते पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) और उसके आठ सहयोगी संगठनों पर केन्द्र सरकार ने पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। राष्ट्रीय एकता एवं आपसी सौहार्द-सद्भावना को क्षत-विक्षत करने वाले इन संगठनों पर यह कार्रवाई बहुत पहले हो जानी चाहिए थी, लेकिन देर आये दुरस्त आये, अब भी यह कार्रवाई होना एक सराहनीय कदम है। केंद्र सरकार ने यह कदम एनआइए की प्रारंभिक जांच के बाद उठाया है। प्रतिबंध से पहले एनआइए ने देश भर में इस संगठन के…

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शारदीय नवरात्र मनाते हुए हम एक बार फिर स्त्री शक्ति के सम्मान के लिये बेटियों एवं महिलाओं के आदर एवं अस्तित्व की बात कर रहे हैं। यह देखना भी दिलचस्प है कि जहां साल में दो बार लड़कियों को महत्व देने के लिए ऐसे पर्व मनाए जाते हों, वहां लड़कियों को दोयम दर्जे का मानने वाले भी बहुत हैं, बालिकाओं और बेटियों के अस्तित्व एवं अस्मिता को नौंचने वाले भी कम नहीं है, आये दिन ऐसी घटनाएं देखने और सुनने कोे मिलती हैं कि किस तरह आज भी बेटियों के साथ बलात्कार, व्यभिचार एवं अत्याचार करने के बाद उन्हें मार…

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वर्ष 2024 में आम चुनाव एवं इसी वर्ष दिसम्बर में गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अभी से देखने को मिल रही है, यह पहला अवसर होगा जब आम चुनाव के लिये दो वर्ष पहले ही भारतीय जनता पार्टी एवं विपक्षी दल कमर कस चुके हैं। वैसे तो हर चुनाव नजदीक आते ही केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता के विपक्षी दलों के प्रयास शुरू हो जाते हैं। अब तक पिछले आठ साल में दर्जनों बार कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों ने एकजुटता के जब-जब प्रयास किए यह कवायद प्रधानमंत्री के चेहरे से आगे फिक्की…

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आज हर व्यक्ति किसी-ना-किसी परेशानी से घिरा हुआ है, महंगाई, बेरोजगारी, भय और जीवनसंकट के इस दौर में ऐसा लगता है मानो खुशी एवं मुस्कान तो कहीं गुम हो गई है। बावजूद इन सबके हर व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ समय ऐसा जरूर निकालना चाहिए जिसमें खुशी, शांति एवं प्रसन्नता के पल जीवंत हो सके, इसका सशक्त माध्यम है पर्यटन। खुशियों को गले लगाने के लिये एवं शांति एवं उल्लासपूर्ण जीवन जीने के लिये पर्यटन पर जरूर निकलना चाहिए। जीवन में पर्यटन के सर्वाधिक महत्व के कारण ही हर साल 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।पर्यटन…

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समय* कभी चलूं धीरे, कभी चलूं तेज़,जीवन के दौर मे, लगी है रेस।कोई जीता मुझसे, कोई मुझसे हारा,तेरे जीवन का मै ही सहारा ।कौन कहता है, समय कुछ नहीं दिखाता,जो कोई नहीं दिखाता, वो मैं दिखालाता।सही के साथ सही, बुरे के साथ बुरा,ये जीवन का दौर नया।कभी मैं बलवान, कभी मैं कमज़ोर,मैने ही थामी तेरे जीवन की डोर।कभी हसाऊं, कभी मै रुलाऊं,नहीं रहूं एक जैसा, कहता हूं हर बार।बन मेरे जैसा,रुका ना कभी किसी के कहने से, चला न कभी तेज़।मै हूं बलवान, दिखाता हूं सबके भेस,जीवन के दौर मे लगी है रेस।कोई कहे बलवान, कोई बोले नादान,एक पल में…

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