सचमुच यही समय है, सही समय है भारत का अनमोल समय है

ऋतुपर्ण दवे

आलेख दो फाण्ट्स में है। अटैचमेण्ट 1 में मंगल यूनीकड तथा अटैचमेण्ट 2 में क्रुतिदेव अपने उपयोग के अनुसार लेने की कृपा करेंगे।

महोदय,
लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज के संबोधन के बहुत गहरे मायने हैं। अमृतमहोत्सव काल में जहां उन्होंने अगले 25 वर्षों में देश में होने वाले बदलाव व प्रगति का खाका खींचा वहीं पहली बार नेहरू जी का नाम लेकर एक नई व सकारात्मक राजनीति का इशारा भी किया। निश्चित रूप से भारत की स्वतंत्रता के अमृतकाल में उनके भाषण का एक-एक अंश काफी कुछ कहता है। मैने पूरे भाषण का सीमित व बेहद सरल शब्दों में विश्लेषण का प्रयास किया है। विश्वास है कि मेरा यह आलेख जरूर उपयोगी लगेगा।
सादर,

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