लोकसभा के अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने नये भारत के निर्माण में राष्ट्रभाषा हिंदी की उपयोगिता को आवश्यक बताते हुए कहा कि मानव और सभ्यता के विकास का आधार भी भाषा ही है। हिंदी हमारी संस्कृति, परम्परा और संस्कारों का दर्पण है। वर्तमान पीढ़ी का गौरवशाली अतीत से परिचय भी हिंदी करवाती है। हिंदी ही है जो विविधताओं से भरे हिंदुस्तान को एकता के सूत्र में पिरोती है।श्री बिरला अपने निवास पर लायंस क्लब नई दिल्ली अलकनंदा के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व क्लब के अध्यक्ष लाॅयन ललित गर्ग ने किया, जिसमें सीए इंस्टीट्यूट के पूर्व चेयरमैन श्री हरीश चैधरी, क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अदीप वीर जैन, उपाध्यक्ष श्री सुशील कुमार अग्रवाल, सचिव श्री अभिषेक जैन, कोषाध्यक्ष श्री विक्रम राठी आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री बिरला ने क्लब द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ हिंदी निबंध प्रतियोगिता के पोस्टर का लोकार्पण करते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव समूचे राष्ट्र के लिए गौरव की बात है। हमें इस अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रयत्न करने होंगे। इस निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागियों से नये भारत के निर्माण के लिए तीन मौलिक सुझाव आमंत्रित किये गये हैं। इस प्रतियोगिता के प्रथम तीन विजेताओं को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाएगा। श्री बिरला ने क्लब के द्वारा हिंदी को प्रोत्साहन देने की दृष्टि से किये जा रहे प्रयत्नों की सराहना की।क्लब की ओर से श्री बिरला की उल्लेखनीय हिंदी सेवाओं के सम्मान स्वरूप उन्हें प्रशस्ति, शाॅल, माला एवं गुलदस्ता भेंट किया गया। क्लब के अध्यक्ष श्री ललित गर्ग ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदी सबसे अधिक बोली जाने वाली दुनिया की तीसरी भाषा है। दुनिया में हिंदी भाषा की प्रतिष्ठा हो रही है जबकि देश में हिंदी की उपेक्षा देखने को मिलती है। वर्तमान सरकार से अपेक्षा है कि वह हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में प्रतिष्ठापित करे।