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दिगंबर जैन समाज 97 साल से महावीर जयंती पर स्वर्ण रथयात्रा निकाल रहा है। इसकी शुरुआत 1921 में सर सेठ हुकमचंद ने सामाजिक एकजुटता के लिए की थी। इसके जरिये अलग-अलग आयोजन करने वाले छह गोठों को वे एकमंच पर लाए थे। इसके लिए उन्होंने स्वर्ण रथ बनवाया था, जिसे साल में एक बार महावीर जयंती पर नगर भ्रमण के लिए निकाला जाता है। इसे बनाने के लिए राजस्थान से कारीगर बुलवाए गए थे।
पहले समाज दिगंबर जैन लश्करी गोठ, दिगंबर जैन तोड़ा गोठ, दिगंबर जैन मारवाड़ी गोठ, दिगंबर जैन तेरापंथी गोठ, दिगंबर जैन माणकचंद मगनीराम गोठ और रामाशाह दिगंबर जैन पंचलश्करी गोठ में बंटा हुआ था। समाज को एकजुट करने की जरूरत महसूस हुई। सर सेठ हुकमचंद की पहल से सभी गोठ दिगंबर जैन माणकचंद मगनीराम गोठ बैनर तले रथयात्रा में साथ आए। यह क्रम 1996 तक चला। 1996 में समाज की सर्वोच्च संस्था दिगंबर जैन सामाजिक संसद का गठन किया गया। इसमें शहर के 120 से अधिक मंदिरों के प्रतिनिधियों को शामिल कर उनके साथ यात्रा का क्रम शुरू हुआ।
कांच मंदिर बनने के बाद शुरुआत
कांच मंदिर के निर्माण के बाद यात्रा शुरू हुई थी। आज भी यात्रा मार्ग वही है, जो पहले साल था। रथ में कितने स्वर्ण का इस्तेमाल हुआ है, इसकी जानकारी नहीं है। यात्रा के माध्यम से समाज को एकजुट किया गया था –प्रदीपकुमार कासलीवाल, अध्यक्ष, दिगंबर जैन सामाजिक संसद
धूप से महकता था यात्रा मार्ग
86 वर्षीय बाबूलाल बड़जात्या बताते हैं कि शुरुआती दौर में आगे एक रथ होता था, जिसमें धूप का बर्तन होता था। इससे पूरा यात्रा मार्ग महक उठता था। इसके पीछे स्वर्ण रथ और समाजजन चलते थे।
ये हैं समाज के प्रमुख छह गोठ और मंदिर
– दिगंबर जैन लश्करी गोठ : इनका प्रमुख मंदिर गोराकुंड का लश्करी लाल मंदिर है। इसका निर्माण 1825 में शुरू हुआ था।
– दिगंबर जैन तोड़ा की गोठ : इस गोठ के दो प्रमुख मंदिर हैं। पहला पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर माणकचौक और दूसरा पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर शकर बाजार। पहले का निर्माण 1870 व दूसरे का 1920 में हुआ।
– दिगंबर जैन मारवाड़ी गोठ : इस गोठ का प्रमुख मंदिर शकर बाजार स्थित आदिनाथ दिगंबर जैन मारवाड़ी मंदिर है। इसका निर्माण 1868 में हुआ।
– दिगंबर जैन तेरापंथी गोठ : इस गोठ का पहला मंदिर दिगंबर जैन तेरापंथी मंदिर शकर बाजार है। इसका निर्माण 1892 में हुआ।
– दिगंबर जैन माणकचंद मगनीराम गोठ : इस गोठ का प्रमुख मंदिर इतवारिया बाजार स्थित कांच मंदिर है। इसका निर्माण 1921 में हुआ था।
– रामाशाह दिगंबर जैन लश्करी गोठ : इस गोठ के दिगंबर जैन रामाशाह मंदिर मल्हारगंज और आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर मोदीजी की नसिया है। शुरुआत में इसके मुखिया स्व. धीरजी लक्षमीचंद मोदी थे।
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