![](https://paw1xd.blr1.cdn.digitaloceanspaces.com/lokshakti.in/2024/06/default-featured-image.webp)
छत्तीसगढ़ में इस वर्ष किसानों से करीब 92 लाख टन धान खरीदा गया है। इसमें से 52.91 लाख टन धान खरीदी केंद्रों से उठ चुका है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने मंगलवार को समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान की कस्टम मिलिंग व सरप्लस धान के निराकरण के संबंध में विभागीय तैयारियों की समीक्षा की।
मंत्री भगत ने कहा कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से 60 लाख टन चावल लेने की सैद्धांतिक सहमति के बावजूद भी अब तक इस संबंध में आदेश जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार राज्य से लिए जाने वाले चावल के कोटे में बढ़ोतरी नहीं करती है तो सरप्लस धान के निराकरण के लिए प्रदेश सरकार कार्यवाही करेगी।
खाद्य मंत्री भगत ने बताया कि केंद्र सरकार ने अब तक 24 लाख टन चावल केंद्रीय पूल में लेने का आदेश जारी किया है। राज्य सरकार इसे बढ़ाकर 40 लाख टन करने का आग्रह कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ से लिए जाने वाले चावल के एवज में उपार्जित धान की मात्रा बहुत अधिक है। केंद्र सरकार कोटा नहीं बढ़ाती है तो राज्य में लगभग 21 लाख टन धान अतिशेष बचेगा।
More Stories
रायपुर समाचार: रिश्वत लेने वाली महिला को नहीं मिली जमानत
सावन के महीनों में नहीं खानी चाहिए, जाने इसके पीछे का वैज्ञानिक और धार्मिक कारण…
CG POLICE TRANSFER : पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, SI, ASI समेत कई खूबसूरत पद इधर से उधर, देखें लिस्ट…