7 February 2019
लोकशक्ति के आज के प्रथम पृष्ठ पर खबर है: सेना को बदनाम करने मनमोहन के 4 मंत्रियों ने प्लांट की थी तख्तापलट की खबर?
कांग्रेस द्वारा यूपीए शासनकाल में सेना को बदनाम करने विशेषकर उस समय के सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह को बदनाम करने का प्रयास तख्तापलट की खबर को प्लांट करके हुआ था।
कांग्रेस के तारणहार गांधी परिवार और ममता बैनर्जी में कोई अंतर नहीं है। ये सब मौसेरे भाई–बहन हैं– भ्रष्टाचार करने, सेना को बदनाम करने और गोएबल्स के पद चिन्हों पर चलने में।
>> लोकशक्ति के ही फरवरी ४, २०१९ के अंक में समाचार प्रकाशित हुआ है: केंद्र 1ह्य बंगाल: ममता बोलीं, यह तख्तापलट की कोशिश, दूंगी धरना। यह धरना ८ फरवरी तक जारी रखने का संकल्प ममता जी ने किया था, परंतु ३ दिन के अंदर ही ५ फरवरी को धरना समाप्त कर दिया गया।
>> लोकशक्ति के ४ फरवरी २०१९ के पृष्ठ ४ में – दिसंबर 3 २०१६ के समाचार की विस्तार से समीक्षा प्रस्तुत की गई है:
पश्चिम बंगाल: टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती को ममता ने बताया ‘तख्ता पलटÓ; रक्षा मंत्री ने कहा-Óयह नियमित अभ्यासÓ
उस समय वेंकैया नायडू का कहना था कि पश्चिम बंगाल सेना की तैनाती: विवाद में सेना को न घसीटें ।
परंतु नायडू जी के उस आग्रह को ठुकराते हुए * तृणमूल कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों ने कोलकाता में राजभवन के बाहर धरना।
* प.बंगाल में टोल प्लाजाओं पर सेना की तैनाती का विपक्ष ने संसद में किया कड़ा विरोध।
* पश्चिम बंगाल में सैन्य तैनाती के संदर्भ में ममता के दावे की खुली थी पोल, सेना ने रुटीन एक्सरसाइज की जानकारी पहले ही दी थी।
एक ओर सेना के समान में दिल्ली में देशभक्त दौड़ लगाते रहे हैं और दूसरी ओर कांगे्रस तथा वामपंथी नेता सेना के खिलाफ जिहाद छेड़े रहते हैं।
जिस प्रकार से यूपीए शासनकाल के समय सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह के खिलाफ कांग्रेस द्वारा तख्तापलट की अफवाह फैलाकर मोर्चा खोला गया था।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा ‘यह भयावह है और चिंता की बात है कि कांग्रेस सेना प्रमुख के बयान के राजनीतिकरण पर उतारू है। राजनीतिक फायदों के लिए यह पार्टी किसी भी हद तक जा सकती है। वह हल्के राजनीतिक फायदों के लिए अलगाववादियों की भाषा बोल रही है।Ó
कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और संदीप दीक्षित आदि के बयानों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी को यह शोभा नहीं देता। उन्होंने कश्मीर में मुय विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि साा से बाहर होने पर उसने अलगाववादियों की भाषा अपना ली और यह कांग्रेस भी कर रही है।
* कांग्रेस की लोकसभा सांसद रंजीत रंजन ने कहा ‘हद में रहे सेना
प्रमुख, कश्मीरी युवक हमारे भाई है, उनपर या गोली चलाएंगेÓ
* कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वड्डकन ने कहा, ‘सेना प्रमुख
पत्थरबाजों पर कारवाही नहीं कर सकते, उसके लिए राज्य सरकार है,
पुलिस है‘
* कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय झा ने पत्थरबाजों को बच्चा बताते
हुए कहा की,’या बच्चों और बूढी महिलाओं को आतंकी मानेंगे सेना
प्रमुख, सेना प्रमुख बहुत ही गलत सोच के हैÓ
* शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने हमारे सेना
प्रमुख को पागल बता दिया – कहा , ‘अपना मानसिक संतुलन खो चुके
है सेना प्रमुखÓ
* इस देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा,’ हिंसक मानसिकता
के है बिपिन रावत, सरकार बिलकुल न दे इस जनरल का साथÓ
* कांग्रेस के साथी नेशनल कांफ्रेंस ने सेना प्रमुख बिपिन रावत को,
‘भारत की किसी गली का गुंडा बता दियाÓ
उसी प्रकार से ममता बैनर्जी द्वारा दिसंबर 3 २०१६ भी उसकी टीएमसी की सरकार पलटने की अफवाह फैलाकर भारत की सेना को अपमानित किया गया था।