जिले से निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु उद्योग विभाग द्वारा एक्सपोर्ट एक्शन प्लान तैयार किया गया है, जिसपर चर्चा हेतु जिला निर्यात संवर्धन समिति की बैठक कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की अध्यक्षता में विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने जिले से निर्यात की वर्तमान स्थिति तथा सम्भावनाओं की जानकारी ली। महाप्रबंधक के. एस. मीणा ने बताया कि जिले से चांवल व कॉटन का निर्यात किया जा रहा है, परंतु इनकी संख्या बहुत कम है। अतः बैठक का उद्देश्य जिले से सीधे निर्यात को बढ़ावा देने हेतु उद्यमियों को प्रोत्साहित करना तथा निर्यात की प्रक्रिया से अवगत कराना है। साथ ही महाप्रबंधक द्वारा दाल, कोदो, हल्दी, मसाले व हैंडीक्राफ्ट आदि में निर्यात की संभावनाओं से अवगत कराया गया। बैठक में उद्योग विभाग के उपसंचालक, संजय गजघाटे ने औद्योगिक नीति 2019-24 में निर्यात करने वाले नवीन उद्योगों को इकाई स्थल से निर्यात स्थल तक लगने वाले भाड़े में अधिकतम 20 लाख रू. सलाना अनुदान की जानकारी दी। सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम विकास संस्थान, रायपुर के संयुक्त संचालक ने निर्यात सेल के गठन की जानकारी दी, जहां से उद्यमियों द्वारा निर्यात प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं के संबंध में मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते है। महानिदेशक, विदेश व्यापार कार्यालय, नागपुर के अधिकारियों ने केन्द्र सरकार की योजनाओं तथा निर्यात प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में उपस्थित उपसंचालक कृषि, सहायक संचालक उद्यानिकी, कृषि महाविद्यालय साजा डीन द्वारा जिले से निर्यात की संभावनाओं पर चर्चा की गई। जिले के श्री शांति इण्डस्ट्रीज व अग्रसेन एग्रो के उद्योगपतियों ने निर्यात के संबंध में अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया तथा निर्यात की प्रक्रिया आसान करने व निर्यात करने वाले स्थापित उद्योगों को भी केन्द्र व राज्य द्वारा छूट, अनुदान व रियायतों से लाभान्वित करने की मांग की गई।
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