03 फरवरी (वार्ता) राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को सरकार से किसानों से लड़ाई का रास्ता छोड़कर बातचीत से समस्याओं को समाधान करने तथा तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग की।
श्री आजाद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद के प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि इन तीनों कानूनों को बनाने से पहले प्रवर समिति में भेजा गया होता तो विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं होती। उन्होंने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा की घटना की परिनिंदा करते हुए कहा कि इस घटना के लिए दोषी लोगों को सजा दी जानी चाहिए और निर्दोष लोगों को किसी मामले में फंसाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए।
Nationalism Always Empower People
More Stories
186 साल पुराना राष्ट्रपति भवन आगंतुकों के लिए खुलेगा
संभल जामा मस्जिद सर्वेक्षण: यूपी के संभल में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भारी तूफान…संभल, पत्थर बाजी, तूफान गैस छोड़ी
Maharashtra Election Result 2024: Full List Of Winners And Their Constituencies | India News